यास :बांस का मचान टूट कर गिरा , धान की बोरियों के नीचे दबकर दादी व दो पोते की दर्दनाक मौत

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दक्षिण बंगाल के साथ साथ उत्तर बंगाल के मालदा जिले में चक्रवाती तूफ़ान यास ने तबाही मचायी है। चक्रवाती तूफ़ान के दौरान मालदा में बांस के मचान  गिरने से उस पर रखी धान की बोरियों के नीचे दबकर दादी और दो पोते की मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा गुरुवार देर रात मालदा जिले के चांचल  थाना क्षेत्र के लोलियाबाड़ी इलाके में हुआ. हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने धान की बोरी में फंसी घायल दादी और उसके दो नाबालिग पोते को रात ही  पास के ग्रामीण अस्पताल में पहुंचाया जहां  डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हादसे के बाद इलाके में शोक व्याप्त है. मालतीपुर के तृणमूल विधायक रहीम बोक्शी ने शुक्रवार को मृतक के परिवारवालों  से मुलाकात की. विधायक ने परिवार को सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। वहीँ पुलिस  शुक्रवार सुबह इन शवों  को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए उन्हें मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल भेज दिया. पुलिस और परिवार के सूत्रों के अनुसार, मृतकों की पहचान 50 वर्षीय तनु सोरेन और उनके दो पोते रोहित टुडू( 7) और राहुल टुडू (5) के रूप में हुई है। यास के प्रभाव से गुरुवार सुबह से जिले भर में भारी बारिश शुरू हो गई थी। उस रात तनुदेवी अपने दो पोते के साथ एक कमरे में सो रही थी उनके पास एक बांस के मचान पर लदे एक से दो क्विंटल धान के बड़े-बड़े बोरे थे। आधी रात को अचानक बारिश में बाँस का मचान  टूट कर नीचे उनपर गिर पड़ा। वे लोग भारी बोरी के नीचे  काफी देर तक दबे रहे। फिर परिवार के एक सदस्य  दशरथ टुडू ने तीनों की कराह सुनकर बोरे हटाने की कोशिश की. लेकिन वह भारी बोरी को अकेले नहीं हटा सके । उसके चिल्लाने पर पड़ोसी भी दौड़ पड़े सभी ने चावल की बोरी निकाली तो देखा कि दादी समेत दो पोते-पोती बेहोश हैं। इसके बाद उन्हें नजदीकी ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.