विश्व हृदय दिवस हृदय स्वास्थ्य के महत्व की याद दिलाता है

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हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है, जिसका मकसद दिल की सेहत के प्रति जागरूकता फैलाना है। इस दिन डॉक्टर, सरकारी संस्थान और अंतरराष्ट्रीय संगठन मिलकर हृदय रोगों (सीवीडी) और इनके बचाव के बारे में जानकारी देते हैं। हाल के वर्षों में भारत में हृदय रोगों के मामलों में तेजी देखी गई है, जो चिंता का विषय है। एक हालिया अध्ययन में, 45 साल और उससे अधिक उम्र के 29.4% भारतीयों को खुद ही दिल की बीमारियों का पता चला। इससे यह साफ होता है कि दिल की सेहत को लेकर ज्यादा जागरूकता फैलाने की जरूरत है। अपने दिल को स्वस्थ रखने का एक सरल तरीका है कि आप अपने रोजाना के भोजन में हार्ट हेल्दी फूड जैसे मुट्ठीभर बादाम शामिल करें।  दिल की बीमारियों से बचाव में बादाम एक बेहद मददगार साथी हो सकता है। इसमें प्रोटीन, हेल्दी फैट्स, डाइटरी फाइबर, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे 15 ज़रूरी पोषक तत्व होते हैं, जो दिल को स्‍वस्‍थ रखने में मदद करते हैं। रोजाना एक मुट्ठी बादाम खाने से टोटल और एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल कम किया जा सकता है, साथ ही दिल को नुकसान पहुंचाने वाली सूजन भी कम होती है। इसीलिए इसे दिल की सेहत के लिए एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है।

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की एक स्टडी में यह पाया गया कि रोज़ 42 ग्राम बादाम खाने से दिल से जुड़ी कई बीमारियों का खतरा कम हो सकता है। बादाम को नियमित स्नैक के रूप में शामिल करने से पेट की चर्बी और कमर की चौड़ाई कम होती है, जो हृदय रोगों के प्रमुख कारणों में से एक हैं। इसलिए, अपने रोजमर्रा के आहार में एक मुट्ठी बादाम शामिल करना दिल की सेहत को बनाए रखने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए एक अच्छी आदत है। इसकी खासियत यह है कि बादाम कई तरह से खाए जा सकते हैं और हर रूप में पौष्टिक होते हैं। यह दिन के किसी भी समय के लिए एक स्वादिष्ट और सेहतमंद स्नैक बन सकता है।   वर्ल्ड हार्ट डे के मौके पर बॉलीवुड अभिनेत्री, सोहा अली खान ने कहा, “दिल की सेहत बनाए रखना बेहद जरूरी है, और इसके लिए संतुलित आहार और एक्टिव रहना महत्वपूर्ण हैं। मैं अपने और अपने परिवार के लिए हमेशा इस बात का ध्यान रखती हूं। खाने में मैं जंक फूड से बचने की कोशिश करती हूं और बादाम जैसे सेहतमंद विकल्पों को चुनती हूं। अपनी दिनचर्या में मैं बादाम को शामिल करती हूं, जिससे मेरा पेट भरा रहता है और मुझे नुकसानदायक स्नैक्स से दूर रहने में मदद मिलती है। साथ ही, मैं योगा, पिलेट्स और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग जैसे वर्कआउट करके एक्टिव रहने की कोशिश करती हूं, ताकि मेरा दिल स्वस्थ रहे।”

डॉ. रोहिणी पाटिल, एमबीबीएस और आहार विशेषज्ञ ने कहा, “यह समझना बेहद जरूरी है कि हमारा भोजन और लाइफस्टाइल हमारी दिल की सेहत को किस तरह प्रभावित करते हैं। अस्वस्थ खानपान, ज्यादा तनाव, नींद की कमी और असक्रिय जीवनशैली जैसी चीजें मोटापा, दिल की बीमारियां और डायबिटीज का कारण बन सकती हैं। एक डॉक्टर और आहार विशेषज्ञ के रूप में, मैं दिल को स्वस्थ रखने के लिए नियमित व्यायाम और संतुलित आहार लेने की सलाह देती हूं। बादाम, मौसमी फल, सब्जियां और लीन प्रोटीन जैसे हार्ट-हेल्दी विकल्प खाने से दिल की सेहत में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। जब बादाम को संतुलित आहार में शामिल किया जाता है, तो यह एलडीएल और टोटल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिससे दिल स्वस्थ रहता है।” ऋतिका समद्दर, रीजनल हेड-डायटेटिक्स, मैक्स हेल्थकेयर-दिल्ली कहती हैं, “भारत में स्नैकिंग बहुत आम है, लेकिन अक्सर लोग अनहेल्दी विकल्प चुन लेते हैं, जिससे उनके दिल और सेहत को नुकसान हो सकता है। स्नैकिंग की गलत आदतों से कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर और वजन बढ़ सकता है। इसलिए, हमें जो भी खाना हो, उसे सोच-समझकर चुनना चाहिए। तले-भुने और ऑयली स्नैक्स की जगह मुट्ठीभर बादाम को शामिल करें, क्योंकि ये दिल के लिए एक हेल्दी और पौष्टिक विकल्प है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर-एनआईएन) भी संतुलित आहार के रूप में नियमित रूप से नट्स, जैसे बादाम, खाने की सलाह देती है। इस वर्ल्ड हार्ट डे पर, मैं सभी से आग्रह करती हूं कि वे सेहतमंद खाने के विकल्प चुनकर अपने दिल को स्वस्थ रखने का संकल्प लें।”