अलीपुरद्वार की शीलतोर्षा नदी से विगत आठ माह से बालू व पत्थर खनन बंद है। इसका सीधा असर अलीपुरद्वार व कूचबिहार जिले के सरकारी व निजी निर्माण कार्यों पर पड़ा है। इसके साथ ही बालू व पत्थर खनन में लगे हजारों मजदूरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ये लोग बेरोजगार होने के साथ-साथ प्रभावित भी हो रहे हैं। परिवहन व्यवसाय से जुड़े लॉरी मालिकों का भी बुरा हाल है। बालू और पत्थर खनन में शामिल लॉरी मालिक और कर्मचारी वर्ग सोमवार को फालाकाटा के बीडीओ कार्यालय के सामने रेत और पत्थर उठाने की तत्काल शुरुआत की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए। हालांकि इस संबंध में प्रशासन की ओर से कोई आश्वासन नहीं दिया गया है, लेकिन समस्या का तुरंत समाधान नहीं होने पर प्रदर्शनकारियों ने बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है।