कंपनी के पैसे खुद हड़पने के लिए अपने दोस्तों के साथ मिलाकर खुद के अपहरण की झूठी साजिश रचने वाले कंपनी के कर्मचारी पारितोष रॉय अपनी जाल में खुद ही फंसे गया. अपहरण के झूठे मामले दायर होने के बाद भी वह बच नहीं पाया। अपहरण के आरोप में गिरफ्तार तीन लोगों और परितोष को आमने सामने पूछताछ के बाद ही सच्चाई सामने आई. गौरतलब है बैंक जाते समय आशीष विश्वास , संजय मोदक और श्यामल रॉय को कथित तौर पर बुधवार को भरी दोपहर परितोष राय का अपहरण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया । परितोष के परिवार का आरोप है कि उनका अपहरण पिछले मंगलवार को उत्तरकन्या इलाके से किया गया था. बताया जाता है उसकी कंपनी के करीब 11 लाख रुपये लूटने के मकसद से उसका अपहरण किया गया ।
घटना की जांच के बाद जांचकर्ताओं को सच्चाई का पता चला। हालांकि पुलिस अभी इस बारे में अपना मुंह नहीं खोलना चाहती है। पुलिस परितोष को गिरफ्तार कर पैसे वसूल करने का प्रयास कर रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कई जगहों पर जुआ खेलने से परितोष पर काफी कर्ज हो गया । उसके बाद उसने अपने तीन दोस्तों के साथ जमीन की दलाली कर पैसे कमाने की कोशिश की । घटना वाले दिन उसने अपने पास रहे 11 लाख रूपये में से अपने तीन दोस्तों के साथ शराब पी लिया। इसके बाद बचे पैसे के तीन दोस्तों में बराबर बांटने का वादा कर वह क्रांति चला गया। वहां से उसने अपने साले को अपने अपहरण की सूचना दी। इसके बाद थाने में शिकायत की गई। पुलिस ने जैसे ही परितोष को पकड़ा परितोष ने अपने तीनों साथियों का नाम लिया। बाद में तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ में सच्चाई समने आ गयी। आज आरोपी को जलपाईगुड़ी अदालत में पेश किया गया .