कठिन परिस्थितियों के बीच एक मानसिक रोगी क्या करेगा और कैसे शारीरिक परिचर्या के लिए परामर्श लेगा, इस बारे में मालदा शहर की एक स्वयंसेवी संस्था ने नुक्कड़ नाटक और पुतुल खेल के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। गुरुवार सुबह मालदा मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोगी वार्ड के सामने संस्था की ओर से एक नुक्कड़ नाटक और पुतुल खेल के माध्यम से मानसिक रोग से उबरने के बारे जनवरी दी गई।
संस्था के एक सदस्य दिलीप मंडल ने बताया कि विभिन्न तरह के अवसाद मानसिक रोग का रूप ले सकते हैं। भविष्य में यह विकराल रूप ले सकता है। इसके लिए राज्य सरकार के विभिन्न स्वास्थ्य कार्यालयों में व्यवस्था की गई है। मानसिक रोग से पीड़ित होने पर घर न बैठकर चिकित्सकों से परामर्श लें। सरकारी स्वास्थ्य केन्द्र में नि:शुल्क इलाज करवायें। इससे मन और मस्तिष्क दोनों सामान्य रहेंगे। इस कारण ही रोगी परिवार कल्याण विभाग और जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा मानसिक रोगियों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक किया जा रहा है।