भारत की जानी-मानी दूरसंचार सेवा प्रदाता वी ने पश्चिम बंगाल राज्य निर्यात संवर्धन सोसाइटी (WBSEPS) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की है। इस समझौता ज्ञापन के तहत वी राज्य में एमएसएमई के डिजिटल बदलाव के लिए WBSEPS के साथ मिलकर काम करेगर। इस सेक्टर में डिजिटलीकरण के अवसरों को पहचान कर और इनका मूल्यांकन कर, यह पहल डिजिटल अंतराल को दूर करेगी तथा वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के ‘रैडी फॉर नेक्स्ट’ प्रोग्राम के माध्यम से पश्चिम बंगाल के एमएसएमई की प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने में कारगर होगी। 2022 में वी बिज़नेस द्वारा लॉन्च किया गया ‘रैडी फॉर नेक्स्ट’ प्रोग्राम सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को उनकी डिजिटल रूपान्तरण की यात्रा में सक्षम बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। अपनी शुरूआत के बाद से ‘रैडी फॉर नेक्स्ट’ डिजिटल असेसमेन्ट टूल को बहुत अच्छी भागीदारी मिली है, फरवरी 2025 तक 1.9 लाख से अधिक एमएसएमई अपने कारोबार की डिजिटल परिपक्वता का मूल्यांकन कर चुके हैं।
वी बिज़नेस अधिकतम सुलभता को सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय भाषा में डिजिटल असेसमेन्ट टूल्स, शैक्षणिक सामग्री और प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा नई तकनीकों पर जानकारी प्रदान करने के लिए वी बिज़नेस पूरे राज्य में वेबिनार्स एवं अन्य आयोजनों में भी हिस्सा लेगा। ‘आज एमएसएमई भारत के जीडीपी में लगभग 3 फीसदी योगदान देते हैं और भारतीय अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करते हैं। वी बिज़नेस में हम एमएसएमई के साथ उद्यमिता के भविष्य को सक्षम बनाना चाहते हैं, उनके कारोबार के विकास को गति प्रदान कर उनके बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करना चाहते हैं। एमएसएमई के लिए भारत की सबसे बड़ी डिजिटल अडवाइज़री सेवाओं में से एक- रैडी फॉर नेक्स्ट डिजिटल असेसमेन्ट- के लिए पश्चिम बंगाल राज्य निर्यात संवर्धन सोसाइटी के साथ यह साझेदारी करते हुए हमें बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। यह साझेदारी एमएसएमई को टेक्नोलॉजी की क्षमता का लाभ उठाने में सक्षम बनाएगी ताकि वे अपने प्रोडक्ट्स को दुनिया भर के उपभोक्ताओं तक पहुंचा सकें।’ राजीव मेहता, एक्ज़क्टिव वाईस प्रेज़ीडेन्ट एवं सेगमेन्ट हैड, वी बिज़नेस ने कहा।
‘पश्चिम बंगाल राज्य निर्यात संवर्धन सोसाइटी पश्चिम बंगाल में एमएसएमई और कारीगरों के विकास एवं प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। वी बिज़नेस के साथ हमारी साझेदारी राज्य के कारोबारों को डिजिटल टूल्स एवं ज्ञान के साथ सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जो उन्हें तकनीक-उन्मुख दुनिया में विकसित होने में मदद करेगी। डिजिटल अंतराल को दूर कर और इनोवेशन को बढ़ावा देकर, हम खासतौर पर ग्रामीण कारीगरों एवं महिला उद्यमियों के लिए नए अवसर उत्पन्न करना चाहते हैं, ताकि वे भविष्य के लिए तैयार हो सकें।’ राजेश पांडेय, आईएएस, प्रधान सचिव, एमएसएमई एवं टेक्सटाईल विभाग, पश्चिम बंगाल ने कहा।
रैडी फॉर नेक्स्ट असेसमेन्ट https://www.myvi.in/business/enterprise-segments/smb/msme-readyfornext-digital-assessment पर किया जा सकता है।