भारत ने वाराणसी में अपनी 100वीं जी20 बैठक, कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (एमएसीएस) की बैठक की मेजबानी की। तीन दिवसीय बैठक का आयोजन कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग (डीएआरई), कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा किया गया था। केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह, अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी और 20 प्रमुख देशों और अन्य भागीदार देशों के 80 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक का पहला सत्र ‘खाद्य सुरक्षा और पोषण: विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार की भूमिका’ पर केंद्रित था। दूसरा सत्र ‘लचीला कृषि-खाद्य प्रणाली’ पर आधारित था। इस दौरान विश्व को स्वस्थ रखने के लिए पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पौष्टिक आहार व अनुकूल खेती करने का संदेश दिया। केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह ने उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा – बैठक में विचार-विमर्श के लिए “बाजरा और अन्य प्राचीन अनाज अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान पहल (महर्षि)” का प्रस्ताव रखा गया।
उन्होंने कहा कि भारत में बाजरा के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता है क्योंकि हम सदियों से सुपरफूड उगा रहे हैं। प्रतिनिधियों ने काशी का दौरा किया, गंगा आरती में भाग लिया, दूसरे दिन उन्होंने डिजिटल कृषि और सतत कृषि मूल्य श्रृंखला पर एक सत्र में भाग लिया और शाम को, वे एक संग्रहालय और सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए सारनाथ गए।