उमेश पाल हत्याकांड में भाजपा नेता राहिल हसन के भाई गुलाम का नाम सामने आया है। पाल 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या का भी मुख्य सबूत था। सूत्रों के अनुसार गुलाम को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक उमेश पाल पर शुक्रवार को उनके घर के सामने सात हमलावरों ने 9 गोलियां और देसी बम से हमला किया था। और इलाज के दौरान पीड़िता ने दम तोड़ दिया। हमले में उमेश के साथ उनका एक गनर भी शहीद हो गया।
हत्याकांड का मुख्य आरोपी माफिया से नेता बने अतीक अहमद है, जो फिलहाल गुजरात की जेल में बंद है|