यूटीआई लार्ज एंड मिड कैप फंड एक विविध निवेश पोर्टफोलियो देता है, इसका उद्देश्य ऐसी अच्छी कंपनियों में निवेश करना है जो अपने इतिहास या समकक्ष कंपनियों की तुलना में कम वैल्यूएशन पर कारोबार करके सुरक्षा का मार्जिन प्रदान करती हैं। सेबी के म्यूचुअल फंड वर्गीकरण के अनुसार लार्ज और मिड कैप फंड ऐसी स्कीम हैं जो लार्ज और मिड कैप दोनों तरह के शेयरों में निवेश करती हैं। ये फंड मिड और लार्ज कैप इक्विटी में से प्रत्येक में कम से कम 35 प्रतिशत निवेश करते हैं। फंड का लक्ष्य लार्ज कैप कंपनियों की ओर झुकाव के साथ स्थिरता प्रदान करना है और मिड और स्मॉल कैप कंपनियों में निवेश के माध्यम से पोर्टफोलियो को उच्च वृद्धि देना है।
वैल्यू इनवेस्टिंग ऐसी निवेश रणनीति है जिसमें निवेशक उन शेयरों को चुनते हैं जो अपनी असली कीमत (Intrinsic Value) से कम दाम पर मिल रहे होते हैं। बाज़ार अक्सर छोटी-मोटी खबरों या भावनाओं पर ज़्यादा प्रतिक्रिया देता है, जिससे वैल्यू निवेशकों को ऐसे शेयर खरीदने का मौका मिलता है जो अपनी वास्तविक कीमत से नीचे होते हैं। जब कोई शेयर उसकी असली कीमत से कम पर खरीदा जाता है, तो यह सुरक्षा का अंतर (Margin of Safety) देता है — यही वैल्यू इनवेस्टिंग की खासियत है।
कम दाम पर शेयर खरीदने से निवेशक के पास दो फायदे होते हैं —
अगर कंपनी अच्छा प्रदर्शन करती है तो मुनाफ़ा ज़्यादा होता है,
और अगर प्रदर्शन उम्मीद से कम रहा, तो नुकसान सीमित रहता है।
वैल्यू निवेशक तेज़ी की बजाय सुरक्षा को ज़्यादा महत्व देते हैं। वे यह मानते हैं कि व्यवसायों और उनके मूल्यांकन में उतार-चढ़ाव आता है और समय के साथ चीज़ें अपने औसत स्तर पर लौटती हैं। जब शेयर अपनी असली कीमत तक पहुँचता है, तब वैल्यू निवेशक को मुनाफ़ा होता है — यानी कंपनी के प्रदर्शन और मूल्यांकन में सुधार का पूरा लाभ मिलता है। फंड उन क्षेत्रों को चुनने के लिए ऊपर से नीचे वाला दृष्टिकोण अपनाता है जो उचित संभावनाओं के साथ औसत से कम वैल्यूएशन पर उपलब्ध हैं। यह उचित सापेक्ष मूल्यांकन के साथ अच्छे व्यवसायों को चुनने के लिए नीचे से ऊपर के दृष्टिकोण का पालन करता है, इसमें एक पिछले बेहतर ट्रैक रिकॉर्ड और भविष्य के विकास की संभावना पर विचार किया जाता है। फंड की मूल धारणा यह है कि एक कंपनी अपने स्वयं के वैल्यूएशन चक्र से गुजरती है जो मैक्रो साइकल या कंपनी विशिष्ट कारकों के कारण भिन्न हो सकता है और इसका उद्देश्य इस चक्र में अक्षमता को पकड़ना है। यदि वैल्यूएशन अनुकूल क्षेत्र में है तो यह विकासोन्मुख कंपनियों की ओर भी ध्यान देगा। फंड की निवेश रणनीति तीन सिद्धांतों के आसपास बनाई गई है: सापेक्ष मूल्यांकन बनाम इतिहास या समकक्ष, उचित वैल्यूएशन पर विकास के अवसर और औसत उलटफेर। यह फंड उन गुणवत्तापूर्ण कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करता है जिनका सापेक्ष मूल्यांकन उनके ऐतिहासिक मूल्यांकन या उनके समकक्ष कंपनियों के मूल्यांकन से कम है, जो सुरक्षा का मार्जिन प्रदान करता है। यह फंड विकासोन्मुख शेयरों पर भी ध्यान देता है जो उचित वैल्यूएशन पर कारोबार कर रहे हैं। इस संबंध में, स्मॉल कैप डवलपमेंट और वैल्यूएशन के संयोजन की पेशकश कर सकते हैं क्योंकि उन्हें बाजार द्वारा अच्छी तरह से खंगाला नहीं गया है और अच्छी गुणवत्ता वाली कंपनियां उचित वैल्यूएशन पर उपलब्ध हो सकती हैं। रणनीति उन व्यवसायों को चुनने का भी प्रयास करती है जिनका वैल्यूएशन कम हैं और उतार—चढ़ाव के बीच लाभप्रदता और मूल्यांकन में औसत उलटफेर से लाभ होता है।
यूटीआई लार्ज एंड मिड कैप फंड वर्ष 2009 में लॉन्च किया गया था। इस फंड का एयूएम 31 अक्टूबर, 2025 तक 5,200 करोड़ रुपए से अधिक है। फंड ने 31 अक्टूबर, 2025 तक लगभग 49% लार्ज कैप में, 38% मिड कैप में और शेष स्मॉल कैप में निवेश किया है। इस स्कीम की टॉप होल्डिंग में एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड, इंफ़ोसिस लिमिटेड, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, आईटीसी लिमिटेड, फेडरल बैंक लिमिटेड, आदित्य बिरला केपिटल लिमिटेड, वेदांता लिमिटेड, विप्रो लिमिटेड, और लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड शामिल हैं, जिनकी पोर्टफोलियो में लगभग 31% हिस्सेदारी है। यूटीआई लार्ज एंड मिड कैप फंड उन निवेशकों के लिए है जो निवेश की सापेक्ष मूल्य शैली के प्रति झुकाव के साथ लार्ज और मिड मार्केट बाजार पूंजीकरण वाले स्टॉक में निवेश से पोर्टफोलियो बनाना चाहते हैं। यह फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो अपना कोर इक्विटी पोर्टफोलियो दीर्घकालिक धन सृजन के लिए बनाना चाहते हैं।
