उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ा फैसला किया है. योगी सरकार ने सरकारी कामकाज में अब संस्कृत भाषा को भी जोड़ दिया है. उत्तर प्रदेश में अब सरकार सूचना विभाग के कामकाज को हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी भाषा के अलावा संस्कृत में भी प्रकाशित करेगी.
उत्तर प्रदेश सरकार ने फैसला लेते हुए सरकारी कामकाज में संस्कृत भाषा को भी जोड़ दिया है. इसकी शुरुआत भी की जा चुकी है. योगी सरकार का सूचना विभाग अब चार भाषाओं में अपने कामकाज को प्रकाशित करेगा. हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी भाषा के अलावा संस्कृत को इसमें जोड़ा गया है.
सीएम योगी के निर्देश के बाद संस्कृत भाषा में प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई। इस बारे में जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय के ऑफिशल हैंडल से ट्वीट की गई। ट्वीट में लिखा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशानुसार शासकीय प्रेस विज्ञप्तियां अब संस्कृत भाषा में भी निर्गत की जाएंगी। इस ट्वीट के साथ ही कोविड-19 को लेकर हर रोज होने वाली समीक्षा बैठक की संस्कृत में प्रेस विज्ञप्ति भी शेयर की गई। सीएम योगी आदित्यनाथ का संस्कृत प्रेम किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने इसी वर्ष की शुरुआत में भारतीय भाषा महोत्सव के दौरान संस्कृत के महत्व को बताया था। उन्होंने कहा था कि संस्कृत पढऩे वाला कभी भूखा नहीं मर सकता क्योंकि भारत के ऋषियों ने बहुत पहले इसे रोजगार से जोड़ दिया था।