कड़ाके की ठंड नहीं पड़ने से व्यापारियों की बढ़ी चिंता

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दिसंबर के मध्य में भी अभी कड़ाके की सर्दी नहीं पड़ने से  सर्दी के कपड़े बेचने वाले खासे परेशान हैं। उन्हें उम्मीद थी कि नवंबर में ठंड शुरू होने के बाद से दिसंबर में तापमान में काफी गिरावट आएगी। लेकिन मौसम का मिजाद  ने उनके मंसूबे पर पानी फेर दिया।  लोगों के फिलहाल   सर्दी के कपड़े और कंबल की मांग अधिक मात्रा में देखने को नहीं मिल रही है।

व्यापारी अब लाखों रुपये का माल उठाकर उन सर्दी के कपड़ों को बेचने की दुविधा में हैं। उनके मुताबिक अभी दो महीने और ठंड रहेगी। लेकिन अगर बिक्री अच्छी नहीं रही तो उन्हें  अत्यधिक नुकसान का सामना करना पड़ेगा। गाजोल प्रखंड के बस स्टैंड व थाना मोड़ समेत कई इलाकों में सर्दी के कपड़े व कंबल के विक्रेता दिखाड़ पड़ते  हैं|

कहीं सड़क किनारे तो कहीं दुकान में लोग अधिक परिमाण में सर्दी के कपडे  बेच रहे हैं। लेकिन कड़ाके की ठंड नहीं होने  के कारण उनका  व्यापार ठप हो गया है। गज़ोल मार्केट में सर्दियों के कपड़ों के व्यापारी सादिकुल शेख ने कहा, “मैंने इस साल लगभग 4.5 लाख रुपये के कंबल और सर्दियों के कपड़े उठाए।” लेकिन ठंड अधिक नहीं होने के कारण ग्राहक नजर नहीं आ रहे हैं। उन पर कोरोना संक्रमण का असर है।  मालदा मर्चेंट चैंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव जयंत कुंडू ने कहा कि सर्दियों के कपड़ों के व्यापारी साल में दो से तीन महीने व्यापार करते हैं। इसके बाद गर्मी का मौसम शुरू हो जाता है। हालांकि इस साल अभी सर्दी नहीं गिरी है। ऐसे में व्यापारियों को घाटा उठाना पड़ रहा है।