कोरोना की चपेट में आए पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे एक के बाद एक ट्रेन चला रहा है. पूजा के दौरान पहाड़ व डुवार्स के विभिन्न पर्यटन केंद्रों में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना रहती है। पूजा के मौसम में पर्यटकों के आगमन के मद्देनजर न्यू जलपाईगुड़ी- दार्जिलिंग टॉय ट्रेन 25 अगस्त से शुरू हो रही है। लम्बे समय बाद टॉय ट्रेन के दोबारा चालू होने से पर्यटन कारोबारियों के बीच खुशी की लहर देखी जा रही है। बताते चले कोरोना महामारी के कारण पिछले डेढ़ साल से टॉय ट्रेन का परिचालन बंद था। रेलवे द्वारा दोबारा टॉय ट्रेन शुरू करने से पर्यटन व्यवसाइयों के चेहरे खिले हैं।
इस संबंध में हिमालयन हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म डेवलपमेंट नेटवर्क के महासचिव सम्राट सान्याल ने कहा कि इसे टॉय ट्रेन का परिचालन शुरू करना बेहद जरूरी है. हम उम्मीद करते हुए पूजा के दौरान पर्यटक अपनी छुट्टियां बिताने के लिए उत्तर बंगाल आएंगे। न्यू जलपाईगुड़ी-दार्जिलिंग टॉय ट्रेन भी 25 अगस्त से शुरू होगी। लगातार हो रहे भूस्खलन और कोरोना के कारण यह सेवा बंद कर दी गई थी। लेकिन पहाड़ों पर पर्यटकों का आगमन शुरू होते ही दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे ने टॉय ट्रेन शुरू करने का फैसला लिया . दार्जिलिंग-स्लीप जॉयराइड पहले ही शुरू की जा चुकी है। लोगों की ओर से इसका अच्छा रिस्पांस मिला है। अब न्यूजलपाईगुड़ी-दार्जिलिंग टॉय ट्रेन भी शुरू हो रही है । रेलवे को को उम्मीद है कि इससे पूजा में यहाँ आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। क्योंकि टॉय ट्रेन का लुफ्त उठाने के लिए काफी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक पहाड़ों की रानी दार्जीलिंग पहुंचते हैं। गौरतलब है पर्यटन की सुविधा के लिए बंद पड़ी शताब्दी एक्सप्रेस को रेलवे ने एक महीने पहले शुरू कर दिया है। इस बार पूजा सीजन को ध्यान में रखते हुए पहाड़िया एक्सप्रेस और टॉय ट्रेन शुरू किया जा रहा है।