सूरत, नागपुर और गोलाघाट की शीर्ष 3 टीमों ने कल 2023 के लिए सैमसंग सॉल्व जीता

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सैमसंग इंडिया ने अपनी युवा शिक्षा और इन्‍नोवेशन प्रतियोगिता सॉल्‍व फॉर टुमारो 2023 की शीर्ष तीन विजेता टीमों की घोषणा की। विजेता टीमों में एनआईटी सूरत, जिसने स्‍वीप नामक के ऑटोमेटेड बीच-क्‍लीनिंग रोबोट विकसित किया, स्‍टेमली, जिसने महिलाओं को स्‍टेम का चुनाव करने में मदद के लिए एक बातचीत करने वाला एआई टूल विकसित किया, और थिंक, जिसने बाहर काम करने वालों के लिए ‘कवच’ नाम का एक पर्सनल कूलिंग डिवाइस बनाया है, शामिल हैं। तीनों टीमों ने अपने आइडिया को और बेहतर बनाने और उन्‍हें वास्‍तविकता में बदलने के लिए 1.5 करोड़ रुपए की कुल पुरस्‍कार राशि हासिल की। प्रमुख सीएसआर प्रोग्राम, सैमसंग सॉल्‍व फॉर टुमारो का लक्ष्‍य देश के युवाओं को वास्‍तविक जीवन की समस्‍याओं को हल करने और अपने इन्‍नोवेटिव आइडिया के साथ लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए सशक्‍त बनाना है। विजेता टीमों को एक सर्टिफ‍िकेट और एक ट्रॉफी से भी सम्‍मानित किया गया, जो इन्‍नोवेशन की भावना से प्रेरित है, जो प्रोग्राम का प्रतीक भी है। शीर्ष 10 टीमों के सभी सदस्‍यों को सैमसंग, आईआईटी दिल्‍ली और एमईआईटीवाई स्‍टार्टअप हब की ओर से एक सर्टिफ‍िकेट प्रदान किया गया। उन्‍हें सैमसंग का नया फ्लैगशिप गैलेक्‍सी जेड फ्लिप5 स्‍मार्टफोन और 100000 रुपए का नकद पुरस्‍कार भी प्रदान किया गया।


एनआईटी सूरत की अदिति तापडि़या, हर्षिल मिस्‍त्री और वैभव गुप्‍ता ने स्‍वीप नाम का एक ऑटोमेटेड रोबोट पेश किया, जो समुद्र तटों से कचरे को साफ करता है। स्‍टेमली के यश यादव ने एक बातचीत करने वाला एआई टूल को प्रदर्शित किया, जो महिलाओं को स्‍टेम विषय को चुनने में मदद करके लिंग पूर्वाग्रह की समस्‍या को हल करता है। थिक के मुक्‍कबीर रहमान, अंकुश यादव और वर्षो केजे ने एक ऐसा वियरेबल डिवाइस बनाया है, जो लोगों को भीषण गर्मी और कड़ाके की ठंड से बचाता है।तीन विजेता टीमों का चयन नई दिल्‍ली में ग्रांड फ‍िनाले कार्यक्रम के बाद किया गया, जहां प्रतियोगिता की शीर्ष 10 टीमों ने अपनी अंतिम प्रस्‍तुत दी और ग्रांड निर्णायक मंडल के सामने अपने प्रोटोटाइप का प्रदर्शन किया। ग्रांड निर्णायक मंडल में श्री मोहन राव गोली, चीफ टेक्‍नोलॉजी ऑफ‍िसर, सैमसंग आरएंडडी इंस्‍टीट्यूट, बेंगलुरु, श्री शोम्‍बी शार्प, भारत में युनाइटेड नेशन रेसीडेंट को-ऑर्डिनेटर और डा. अर्चना चुघ, प्रोफेसर, कुसुमा स्‍कूल ऑफ बायोलॉजिकल साइसेंस, आईआईटी दिल्‍ली शामिल थे।


फाइनल कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित हुआ- शीर्ष 10 टीमों द्वारा अंतिम प्रस्‍तुति और पुरस्‍कार वितरण समारोह- जिसमें सैमसंग के शीर्ष कार्यकारियों और कर्मचारियों, ग्रांड निर्णायक मंडल और फाउंडेशन फॉर इन्‍नोवेशन एंड टेक्‍नोलॉजी ट्रांसफर (एफआईटीटी), आईआईटी दिल्‍ली और 10 टीमों के मार्गदर्शकों ने भाग लिया।सैमसंग सॉल्‍व फॉर टुमारो 2023 की यात्रा इस साल अप्रैल में शुरू हुई थी, जब सैमसंग ने चार विषयों- एजुकेशन एंड लर्निंग, हेल्‍थ एंड वेलनेस, एनवायरमेंट एंड सस्‍टैनेबिलिटी और डायवर्सिटी एंड इनक्‍लूजन- के आसपास समस्‍याओं को हल करने के लिए 16 से 22 वर्ष के युवाओं से उनके आइडिया आमंत्रित किए थे। 500 शहरों, कस्‍बों और गांवों से 6500 से अधिक टीमों ने अपने आइडिया प्रस्‍तुत किए, जिनमें से शीर्ष 30 टीमों का चयन किया गया। इन टीमों को आईआईटी दिल्‍ली में एक गहन बूटकैम्‍प से गुजरना पड़ा, जिसके बाद शीर्ष 10 टीमों का चयन करने के लिए सैमसंग निर्णायक मंडल के सामने इन्‍हें अपना आइडिया प्रस्‍तुत करना पड़ा।