Tokyo Olympic: बॉक्सर मैरी कॉम बोलीं- ‘ओलंपिक गोल्ड की कमी है, यही लेने टोक्यो आई हूं’

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टोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympics0 की रिंग में भारत की स्टार महिला बॉक्सर मैरीकॉम (Mary Kom) ने जीत से खाता खोल लिया है| राउंड ऑफ 32 के मुकाबले में 6 बार की वर्ल्ड चैंपियन ने डॉमिनिक रिपब्लिक की महिला बॉक्सर के खिलाफ मुकाबला जीत लिया है| इसी के साथ मैरीकॉम के मुक्के ने टोक्यो की रिंग में भारत के लिए मेडल की आस जगा दी है| मैरीकॉम ने महिलाओं के 51 किलोग्राम भार वर्ग में बॉक्सिंग के राउंड ऑफ 32 का मुकाबला 4-1 से जीता|

टोक्यो की रिंग में मैरीकॉम ने अपने पहले मुकाबले की शुरुआत सोची समझी रणनीति के साथ की| उन्होंने पूरे मुकाबले में अपने अनुभव का भरपूर इस्तेमाल करते हुए मुकाबला जीता| 3 राउंड के मुकाबले में मैरीकॉम ने पहला राउंड संभलकर खेला. इस राउंड में उन्होंने सारा फोकस अपनी एनर्जी बचाकर रखने पर किया| और, सिर्फ मौका मिलने पर ही विरोधी पर हमला करती दिखी|

मैरी कॉम ने टोक्यो ओलंपिक में अपना पहला मैच जीत लिया है| राउंड 32 के मुकाबले में उन्होंने हर्नांडिज गार्सिया को 4-1 से हरा दिया| मैरीकॉम अंतिम 16 में प्रवेश कर गई हैं| अपने मुकाबले से पहले मैरी कॉम ने कहा कि हम मणिपुर के लोग मजबूत होते हैं| हम सुविधा से यहां नहीं पहुंचते हैं. हम तब तक मेहनत करते रहेंगे जबतक अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच जाते हैं|

उन्होंने कहा कि MC से अगर मैरी कॉम होता है तो  MC से मीराबाई चानू भी होता है| मैरी कॉम ने कहा कि यह उनके बच्चों के लिए है| केवल ओलंपिक गोल्ड की कमी है, कोरोना और अन्य चीजों के बावजूद यही जीतने के लिए मैं यहां (टोक्यो) आई हूं|

गौरतलब है कि मणिपुर की रहने वाली मैरीकॉम ओलंपिक मेडल जीतने वाली इकलौती भारतीय महिला मुक्केबाज हैं| मैरीकॉम ने लंदन ओलंपिक 2012 के 51 किलोग्राम फ्लाइवेट वर्ग में कांस्य पदक जीता था| टोक्यो में भी 38 साल की इस स्टार मुक्केबाज से पदक की उम्मीद की जा रही है|