Tokyo Olympics 2020: भारतीय मेंस हॉकी टीम 49 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंची, ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से धोया

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‘भारतीय दीवार’ के नाम से मशहूर गोलकीपर पीआर श्रीजेश के शानदार खेल से भारतीय पुरुष हॉकी टीम (Indian Men’s Hockey Team) ने ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से शिकस्त देकर टोक्यो ओलिंपिक खेलों (Tokyo Olympics 2020) के सेमीफाइनल में जगह बनाई. साथ ही 41 साल में पहला पदक जीतने की तरफ मजबूत कदम बढ़ाए| भारत ने ओलिंपिक में आखिरी पदक मॉस्को ओलिंपिक 1980 में स्वर्ण पदक के रूप में जीता था लेकिन तब केवल छह टीमों ने भाग लिया था और राउंड रोबिन आधार पर शीर्ष पर रहने वाली दो टीमों के बीच स्वर्ण पदक का मुकाबला हुआ था| इस तरह से भारत ने 1972 में म्यूनिख ओलंपिक के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है|

भारत अब 3 अगस्त को होने वाले सेमीफाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन बेल्जियम से भिड़ेगा| यह मुकाबला सुबह साढ़े सात बजे से शुरू होगा| भारत का यह मैच काफी कड़ा रहेगा. बेल्जियम हालिया समय में सबसे ताकतवर हॉकी टीमों में से एक है| उसे हराने के लिए भारत को पूरा जोर लगाना होगा साथ ही कम से कम गलतियां करनी होंगी| अगर भारतीय टीम सेमीफाइनल में जीत जाती है तो भारत का फाइनल में ऑस्ट्रेलिया या जर्मनी से मैच होगा| फाइनल 5 अगस्त को खेला जाएगा|

गौरतब है कि ओलंपिक के इतिहास में भारतीय हॉकी टीम का नाम अभी भी सुनहरे अक्षरों में लिखा है। 1980 तक भारतीय हॉकी की दुनिया में तूती बोलती थी। लेकिन 1972 के बाद से भारतीय टीम कभी भी सेमीफाइनल तक नहीं पहुंच पाई थी। अब 49 साल बाद भारतीय टीम ने अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को एक बार दोबारा वापस पाया है।

इस जीत के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम से पदक की उम्मीदें बढ़ गई हैं। सेमीफाइनल में भारत का मुकाबला चौथे क्वार्टरफाइनल की विजेता बेल्जियम से होगा। हालांकि बेल्जियम को हराना भारत के लिए आसान नहीं होगा। टॉप टीम बेल्जियम कई बार भारत को पहले मात भी दे चुकी है लेकिन जिस फॉर्म में भारत खेल रहा है कुछ भी असंभव नहीं है। अब देखना होगा सेमीफाइनल में क्या भारत बेल्जियम से पार पा पाएगी या फिर पदक के लिए हमें ब्रॉन्ज मेडल मैच का इंतजार करना होगा।