विश्व के सबसे बड़े ओलिंपियाड, साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन द्वारा आयोजित इंटरनेशनल ओलंपियाड परीक्षा 2024-25 में कोलकाता के तीन छात्रों ने इंटरनेशनल रैंक हासिल की है। प्रमिला मेमोरियल एडवांस्ड स्कूल के सातवीं कक्षा के छात्र स्वप्निल बागी ने इंटरनेशनल मैथमेटिक्स ओलंपियाड में पहली रैंक हासिल कर इंटरनेशनल गोल्ड मैडल के साथ प्रमाण पत्र अर्जित किया। वहीं कलकत्ता इंटरनेशनल स्कूल की ग्यारहवीं कक्षा की छात्रा अन्वेषा मोहंती ने भी इंटरनेशनल इंग्लिश ओलंपियाड में पहली रैंक प्राप्त किया और इंटरनेशनल गोल्ड मैडल के साथ प्रमाण पत्र जीता। गोखले मेमोरियल गर्ल्स स्कूल (माध्यमिक खंड) की सातवीं कक्षा की छात्रा कब्यश्री साहा ने नेशनल साइंस ओलंपियाड में दूसरा रैंक प्राप्त करते हुए इंटरनेशनल सिल्वर मैडल और प्रमाण पत्र हासिल किया। इस वर्ष के (एसओएफ) ओलंपियाड में 72 देशों के लगभग लाखों छात्रों ने भाग लिया, जिसमें कोलकाता के 128400 से अधिक छात्र शामिल थे। कोलकाता के प्रतिष्ठित स्कूल, हरियाणा विद्या मंदिर, लक्ष्मीपत सिंघानिया अकादमी, कलकत्ता एयरपोर्ट इंग्लिश हाई स्कूल, ट्रिनिटी पब्लिक स्कूल आदि प्रतिभागियों में शामिल थे। साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन (एसओएफ) ने दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में 2024-25 ओलंपियाड परीक्षाओं के टॉपर छात्रों को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के 750 से अधिक छात्र और शिक्षक मौजूद थे। इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जे. के महेश्वरी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
इस वर्ष 222 छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया। इंटरनैशनल रैंक-1 पर आने वाले 74 छात्रों को 50,000 रुपये और गोल्ड मेडल, इंटरनैशनल रैंक-2 के विजेताओं को 25,000 रुपये और सिल्वर मेडल, जबकि इंटरनैशनल रैंक-3 के छात्रों को 10,000 रुपये और ब्रॉन्ज मेडल प्रदान किए गए। इस के साथ साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन ने शिक्षकों को भी सम्मानित किया। समारोह में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश जे. के माहेश्वरी ने कहा कि आज की पीढ़ी को ज्ञान के साथ-साथ संस्कारों से भी सशक्त करना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है।
शिक्षा के साथ-साथ उन्हें संस्कार देने की भी आवश्यकता है, जिससे वे राष्ट्रनिर्माता बन सकें। जो लोग अपने भीतर शिक्षा का प्रकाश लेकर चलते हैं, वे कभी भी अधिक समय तक अंधकार में नहीं रहते साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन के संस्थापक निदेशक महाबीर सिंह ने बताया कि 2024-25 की ओलंपियाड परीक्षा में 72 देशों के 4000 शहरों की 96,499 से अधिक स्कूलों के लाखों छात्रों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि एसओएफ के पिछले 27 वर्षों से बच्चों की प्रतिभा को निखारने और उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने का कार्य कर रहा है। ओलंपियाड में शामिल होने वाले छात्रों को उनकी योग्यता के अनुसार अंतरराष्ट्रीय, राज्य और स्कूल स्तर पर रैंक दी जाती है, जिससे वे अपनी क्षमताओं और सुधार की संभावनाओं को समझ सकें। इसी के साथ एसओएफ ने कई सामाजिक और शैक्षणिक पहल भी की हैं, जिनमें गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप स्कीम के तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की 300 होनहार छात्राओं को वार्षिक छात्रवृत्ति दी जाती है।
