मां तारा के काली रूप की आराधना को लेकर रोशनी से जगमगाया तारापीठ मंदिर

बीरभूम स्थित प्रसिद्ध सिद्ध पीठ तारापीठ में आज रविवार तड़के से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सोमवार को मां तारा की काली रूप में होने वाली महापूजा से এক दिन আগে आज मनाया जा रहा है भूत चतुर्दशी, जिसे लेकर मंदिर परिसर में विशेष धार्मिक माहौल देखा गया। इस पावन तिथि पर माता के चरणों में नमन करने के लिए न सिर्फ बंगाल के कोने-कोने से, बल्कि राज्य के बाहर से भी असंख्य श्रद्धालु तारापीठ पहुंचे हैं।

जैसे ही शाम हुई, पूरा मंदिर परिसर जगमग रोशनी से नहाकर एक उत्सवधर्मी रूप ले लिया। मां का मंदिर, घाट, आश्रमपथ, यहाँ तक कि आस-पास का बाजार भी दीपों और विद्युत सजावट से सजा है। भूत चतुर्दशी के उपलक्ष्यে पुजारी और तांत्रिकों ने विशेष हवन यज्ञ शुरू किया है। मंगल की कामना में अग्नि को आहुति देकर मां की आराधना की जा रही है, जो पूरी रात जारी रहेगी।

इसके बाद सोमवार सुबह मां तारा की काली रूप में महापूजा का आयोजन होगा। हर साल की तरह इस वर्ष भी मां के इस विशेष रूप के दर्शन और पूजा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। धूप, धुनो, शंखध्वनि और दीपमालिकाओं से गूंजता मंदिर परिसर मानो मां के आगमन से पहले ही एक आध्यात्मिक पर्व में डूबा हुआ है।

By Sonakshi Sarkar