सुरक्षा बालों ने पड़ोसी देश की महिलाओं को भटकने के रास्ते से बचाया

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करोना महामारी के कारण विश्व के कई देशों में लाकडाउन होने की वजह से आर्थिक दुर्दशा बड़ी है। भारत सहित कई देशों में इसका प्रभाव पड़ा है। पड़ोसी राज्य बांग्लादेश के दो महिलाओं को देश भारत की सुरक्षा बलों ने भटकने रास्ते जाने से बचाया। इन महिलाओं को पुछताछ के दौरान आर्थिक हालत की छवि उभर कर सामने आया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार कोसीमा सुरक्षा बल ने दो बांग्लादेशी महिलाओं को वेश्यावृति के दलदल में फसने से बचाया, यह बात सामने आई है।
 पुख्ता सूचना के आधार, उत्तर बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक श्री रवि गांधी के गतिशील नेतृत्व में सीमा सुरक्षा बाल के सीमा चौकी धप्राहाट, 45 बटालियन के जवानों ने पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा से 02 बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया जब वे दाहग्राम अंगरपोटा एन्क्लेव के बिना बाड़ वाले क्षेत्र के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में घुसने की कोशिश कर रही थी ।

पकड़ी गई महिलाओं की पहचान सबीना खातून (26 वर्ष) पुत्री सुबाहन मुंशी निवासी गांव-बामंदंगा, पुलिस स्टेशन-मोक्षिदपुर, जिला-गोपालपुर (बांग्लादेश) तथा  फरजाना अख्तर ईमा (19 वर्ष) पुत्री मोहम्मद इकबाल अहमद भुइया गाँव-रहीमपुर, पुलिस स्टेशन -अखौदा, जिला ब्राह्मणबरिया (बांग्लादेश) के रूप में की गई है ।  तलाशी के दोरान उनके पास से 03 मोबाइल फोन और बीडी टका बरामद किए गए। पूछताछ के दौरान, उन्होंने बताया की वे बहुत गरीब परिवारों से हैं । वे एक कामरुल नाम के बांग्लादेशी नागरिक के संपर्क में आईं । कामरुल एक डांस ट्रेनर होने के साथ-साथ उत्तर ढाका नगर निगम में कार्यरत हैं। वह एक भारतीय नागरिक सुकुमार के संपर्क में था, जो वर्तमान में बैंगलोर में काम कर रहा है और वही इन महिलाओं को बैंगलोर में काम दिलवाने वाला था । प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि पकड़ी गई लड़कियों को कमरूल भारत में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाया था, लेकिन जांच के दौरान यह पता चला कि वास्तव में उसकी योजना इन महिलाओं को भारत में वेश्यावृत्ति में धकेलने की थी।

इस विषय में, उत्तर बंगाल फ्रंटियर, सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक श्री रवि गांधी ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल भारत-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रहा है। सीमा सुरक्षा बल के मुस्तैद जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से कई लोगों को अवैध तरीके से भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश करते हुए पकड़ा है। पकड़े गए व्यक्तियों से पूछताछ के दोरान यह पता लगा ही की इनमें से कुछ मानव तस्करी में शामिल दलाल हैं। इन दलालों द्वारा गरीब और मासूम लड़कियों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर भारत लाया जाता है और उन्हें वेश्यावृत्ति के दलदल में धकेल दिया जाता है।

लॉकडाउन के समय सीमा छेत्रो  में गस्ती सख्त होने के कारण घुसपैठियों को सीमा पार करने में काफी मुश्किलें हो रही है। इसी के कारण  पड़ोसी देश के दो महिलाओं को देश की सुरक्षा बलों ने पकड़ लिया और उनको गलत रास्ते अपने से रोकने में कामयाब हो गया है यह एक अच्छी बात है देश की सुरक्षा बलों की भूमिका के बारे में। आने वाले दिनों में यह समाज के लिए एक नई वार्ता होगी