गोजाल मं मिट्टी के दीयों की मांग कम जाने से दीप बनाने वाले कुम्हारों की चिंता बढ़ गई है। सुनील पाल और सुनीता पाल ने बताया कि काली पूजा के उपलक्ष्य में उन्होंने गोजाल के भेतर बाजार में दीयों की दुकान लगायी है।
लेकिन वैसी बिक्री नहीं हो रही है जैसी होनी चाहिए। सोमू पाल ने बताया कि आधुनिक इलेक्ट्रिक टुनीबल्ब और लाइटिंग के विभिन्न प्रकार के चाइनीज चीजें, यही नहीं मोमबत्ती का प्रयोग होने से दीयों की मांग एकदम घट गयी है। उन्होंने बताया कि उनके दीप बहुत कम ही बिक रहें हैं। परंपरागत व्यवसाय है, इसलिए करते चले आ रहे हैं।