सुकलगछ के लोगों ने प्रशासन पर भरोसा खोते हुए क्षेत्र की लंबे समय से चली आ रही समस्या को दूर करने की खुद ही पहल की है। चोपड़ा प्रखंड अंतर्गत माझियाली ग्राम पंचायत के सुकलगछ क्षेत्र में बेरंग नदी पर अस्थाई पुल बनाने की पहल स्थानीय ग्रामीणों ने की है। ज्ञात हो कि बेरंग नदी पर पक्का पुल नहीं होने से सुकलगछ सहित कई गांवों के लाखों निवासी संकट में हैं। सुकलगछ से कलागछ तक 9 किलोमीटर सड़क तय करनी पड़ती है, जिसमें काफी समय लग जाता है। 3 किमी के बाद सीधे नदी के उस पार जाने के लिए सड़क है। आम निवासियों से लेकर स्कूल जाने वाले छात्र तक जो जान हथेली पर रखकर लगातार नदी पार करते हैं को इस वजह से काफी परेशानी होती है।
मानसून के दौरान, स्थानीय लोगों को बांस के पुल को पार करना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि लंबे समय से बेरंग नदी पर पक्के पुल की मांग की जाती रही है। लिहाजा इस बार सुकलगछ और आसपास के गांवों के लोगों ने अपनी-अपनी समस्याओं के समाधान के लिए खुद ही पहल की है। स्थानीय निवासियों ने बेरंग नदी के ऊपर ह्यूम पाइप लगाकर अस्थायी पुल पर मिट्टी की सड़क बना दी है। ग्रामीणों ने बताया कि काफी देर तक प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला। छात्रों व स्थानीय निवासियों की परेशानी को देखते हुए अस्थाई सड़क बनाने की पहल की गई है। वहीं, चोपड़ा पंचायत समिति के अध्यक्ष मोहम्मद अजहरुद्दीन से पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हमने देखा है कि ग्रामीणों ने खुद ही अस्थाई पुल बना लिया है।’
हालांकि, यह कहना सही नहीं है कि प्रशासन पर से आम लोगों का भरोसा उठ गया है। क्योंकि इससे पहले चोपड़ा प्रखंड में कई पुलों का निर्माण हो चुका है। हालांकि उन्होंने आश्वासन दिया कि इस ब्रिज को बनाने के लिए स्थानीय प्रखंड प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक के समक्ष लोगों की मांग उठाई जाएगी। उक्त जानकारी स्थानीय ग्रामीण शहीदुल इस्लाम ने दी है।