सिक्किम के लोगों ने तीस्ता की तबाही का मंजर देखा

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सीएम ने लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का दिया निर्देश, अस्थाई पुनर्वास और बुनियादी आवश्यकता पूरा करने पर जोर

गंगटोक: सुबह होते ही सिक्किम के लोगों ने तीस्ता की तबाही का मंजर देखा। यह दृश्य पुराने यादों को ताजा कर गई। राज्य में लगातार हो रही बारिश के कारण तीस्ता नदी में जल स्तर काफी बढ़ चुका है। नदी में पानी की बढ़ोत्तरी के कारण तीस्ता में फिर से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो रही है। नदी किनारे स्थित आवासीय क्षेत्र और सड़कों को नुकसान पहुंचाया है। उत्तर सिक्किम को राजधानी गंगटोक के साथ ही देश की मूलधार में जोड़ने वाली सड़क पूर्ण रूप से बाधित हो गई है। इतना ही नहीं जिले के विभिन्न स्थानों में भूस्खलन 5 के कारण घर बह गए है और सड़क मार्ग तबाह हो चुके है। विशेष रूप से तीस्ता नदी किनारे स्थित मंगन, डिक्चू, सिंगताम और रंगपो बाजारों के निवासी खतरा महसूस कर रहे है। गुरुवार सुबह से हुई मुसधार बरसात ने दक्षिण सिक्किम के मल्ली बाजार परिसर के खेल मैदान (मल्ली स्टेडियम) भी पानी में डूब गया। तीस्ता नदी का पानी स्टेडियम तक पहुंचा पानी तीस्ता नदी में जल स्तर बढ़ने के कारण स्टेडियम तक पहुंचा है। सड़क किनार स्थित घरों में पानी घुस गया है। यह स्थिति केवल सिक्किम के लिए ही नहीं बल्कि इससे पश्चिम बंगाल के तीस्ता बाजार परिसर में भी उत्पन्न होने की संभावना बताई जा रही है। अपनी जान बचाने के लिए घरों से सुरक्षित स्थान तक रपहुंचे है। इसकी नुकसान का आकलन करने के लिए अधिकारियों ने निरीक्षण शुरू कर दी है। वन विभाग, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, पंचायत सदस्य की टीम मौके पर पहुंचकर इलाके का जातया लिया। जिला अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक प्राधिकरण नुकसान की आकलन करने और प्रभावित समुदाय को सुरक्षित स्थान में ले जाने के साथ ही उचित राहत प्रदान करने में जुटी है। इस घटना ने फिर एक बार सिक्किम के लोगों को दहशत में ला दिया है। उनकी पुरानी यादें ताजा हो गई है। अब मानसून के दौरान उनलोगों के अंदर बाढ़ का भय बना रहेगा।उत्तर सिक्किम में हुई प्राकृतिक आपदा को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामांग ने दुःख व्यक्त किया। उन्होंने एक आधिकारिक संदेश में कहा है कि लगातार बारिश के कारण मंगन और उत्तर सिक्किम के विभिन्न स्थानों में विशाल और विनाशकारी भूस्खलन हुआ है। इस विनाशकारी घटना के कारण कई परिवार विस्थापित हो गए हैं। इसे पूरे हालात से निपटने को लेकर उन्होंने उत्तर जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, और संबंधित विभागों से संपर्क स्थापित कर हर जरूरी सहायता और व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। प्रशासन आपदा प्रभावित परिवारों को उनकी अस्थायी पुनर्वास और बुनियादी आवश्यकताओं के साथ-साथ बहाली के लिए हर संभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि वह अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और अरुणाचल प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह के लिए आए हुए हैं। वह जल्द ही सिक्किम लौटकर प्रभावित परिवारो से मुलाकात करेंगे।