हैदरपाड़ा सांई दरबार कमेटी के द्वारा सांई दरबार मंदिर के रास्ते का नामकरण का उद्घाटन हुआ

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वार्ड के पार्षद राजेश प्रसाद शाह( मुन्ना)और कई अन्य पार्षद के उपस्थिति में किया गया

सिलीगुड़ी:- कहते हैं जिसका कोई नहीं उसका सांई है।किसी भी धार्मिक दायरे से दूर बाबा हर इंसान के दूख-दर्द को दूर करते हैं।जो भी सांई राम की शरण में जाता है वो उनके दर से खाली नहीं आता।बाबा को मन से याद करो तो वो सारे संकट दूर कर देते हैं।सांई बाबा के भक्तों का उन पर अटूट विश्वास है। बाबा को जो पूरी श्रृद्धा से याद करता है, वो उसके हर कष्ट दूर करके मन को परम सुख देते हैं। देखा जाए तो सांई बाबा के भक्त पूरे भारतवर्ष में फैले हुए हैं उनके कहे हुए एक शब्द सबका मालिक एक है जो हर भक्तों को एक साथ जोड़कर रखते हैं। जिस तरह पूरे भारतवर्ष में सांई बाबा के भक्त है ठीक उसी प्रकार सिलीगुड़ी में भी सांई बाबा के बहुत सारे भक्त है जो उनके दर्शन के लिए ललाहीत रहते हैं। सिलीगुड़ी में रहने वाले सांई बाबा के भक्तों के लिए एक खुशखबरी की बात है की सिलीगुड़ी के हैदरपाड़ा स्थित घुगनी मोर के पास सांई बाबा की सांई दरबार पुराना मंदिर है जिसका गुरूवार को हैदरपाड़ा सांई दरबार कमेटी के द्वारा वार्ड के पार्षद राजेश प्रसाद शाह( मुन्ना)और कई अन्य पार्षद के उपस्थिति में रास्ते के नामकरण का उद्घाटन हुआ। इस नामकरण उद्घाटन के दौरान वार्ड नंबर 44 के पार्षद व बोरो चेयरमैन प्रीतिकना बिस्वास, वार्ड नंबर 18 के पार्षद संजय शर्मा, वार्ड नंबर 43 के पार्षद शुभ देव महतो, वार्ड नंबर 39 के पार्षद पिंकी साहा और पतंजलि सेवा समिति व दार्जिलिंग जिला के सह सभापति के पी सरदार आदि और उपस्थित थे। हैदरपाड़ा सांई दरबार के कर्णधार राकेश धर ने बताया कि वह छोटे से ही सांई बाबा के बहुत बड़े भक्त है और उन्होंने ₹10 के छोटे से फोटो के साथ सांई बाबा का आराधना शुरू किया था और आज उसी के आशीर्वाद के द्वारा वह उनको एक बड़े रूप में लाकर सिलीगुड़ी के हैदरपाड़ा मे एक मंदिर के रूप मे स्थापित किया। उन्होंने बताया कि सन 2015 के 5 मार्च को हैदरपाड़ा मे एक मंदिर सांई बाबा को स्थापित किया था।लेकिन रास्ते की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण अधिकांश लोगों को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी और ना ही कोई बोर्ड होने के कारण इसकी जानकारी लोगों को नहीं मिली। उन्होंने बताया कि इस समस्या को लेकर उन्होंने वार्ड पार्षद मुन्ना प्रसाद शाह को इसकी जानकारी दी तो उन्होंने इस समस्या को सुनकर इसे ठीक करने का आश्वासन दिया और आज उन्ही आश्वासन के द्वारा गुरूवार को पूर्ण रूप से रास्ते का नामकरण किया गया। वही हैदरपाड़ा सांई दरबार के अध्यक्ष तपन दे ने बताया कि सांई बाबा के भक्त पूरे भारत वर्ष में फैले हुए हैं और इस मंदिर में सिलीगुड़ी के अलावा जलपाईगुड़ी असम, बिहार और विभिन्न जगहो से भी भक्त सांई बाबा को दर्शन के लिए यहां आते हैं। उन्होंने बताया कि हमारे इस मंदिर में हर धर्म के त्यौहार को मनाया जाता है क्योंकि सांई बाबा ने एक ही बात कहा था कि सबका मालिक एक है। उन्होंने बताया कि 19 अप्रैल को पूरे भारतवर्ष के साथ सिलीगुड़ी के विभिन्न जगहों के अलावा हमारे मंदिर में भी सांईबाबा का जन्म दिवस पूरे धूमधाम से मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी सोमवार को सांई बाबा के पालकी के साथ एक शोभायात्रा इस मंदिर से निकला जाएगा। इस मंदिर में अभी 50 मेंबर के साथ सांई बाबा का आराधना व कार्यक्रम किया जाता है। उन्होंने समस्त सिलीगुड़ीवासियो को सांईबाबा के मंदिर में आने के लिए निवेदन किया है।