चाय बागान श्रमिकों की वेतन वृद्धि का मामला एक जनवरी तक टला, श्रम मंत्री ने त्रिपक्षीय बैठक के बाद किया ऐलान

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राज्य के श्रम मंत्री बेचाराम मन्ना ने कहा कि 1 जनवरी तक चाय बागान श्रमिकों के न्यूनतम वेतन वृद्धि पर अंतिम निर्णय लिया जायेगा। उन्होंने कहा चाय बागान मालिकों और श्रमिक दोनों की सहमति से  इस पर अंतिम निर्णय लिया जायेगा। बुधवार को चाय बागान श्रमिकों के न्यूनतम वेतन बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा के बाद श्रम मंत्री ने ये बातें कही। बताते चले बुधवार को अलीपुरद्वार जिले के मदारीहाट टूरिस्ट लॉज में  चाय बागान श्रमिकों के न्यूनतम वेतन वृद्धि मुद्दे को लेकर श्रमिक मंत्री  बेचाराम मन्ना ने  ट्रेड यूनियनों और मालिकों के संगठनों के प्रतिनिधियों को लेकर  एक अहम बैठक की। 

चाय बागान श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने को लेकर आज 16वीं बैठक हुई, हालांकि आज की बैठक में इस बारे में कोई सर्वसम्मत फैसला नहीं हो सका| बैठक के बाद श्रम मंत्री बेचाराम मन्ना ने कहा कि  एक जनवरी तक का समय है और उससे पहले एक और बैठक होगी। दोनों पक्षों की सहमति के आधार पर इस बारे में अंतिम निर्णय लिया जायेगा। बैठक के बाद ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधि नकुल सोनार ने कहा कि सरकार के समक्ष उन्होंने  एक प्रस्ताव रखा है और चाय बागान मालिकों को 15 दिनों का समय दिया गया है|

15 दिनों के बाद चाय बागान मालिक श्रमिकों के न्यूनतम वेतन के बारे में अपना प्रस्ताव रखेंगे. इधर बैठक के बाद मजदूर संघ की ओर से जियाउल आलम ने कहा, ”हमें सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया है कि सरकार जल्द ही इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखेगी.” दूसरी ओर  आज की बैठक के बारे में  भारतीय चाय संघ के महासचिव अरिजीत राहा ने कहा, “हम वर्तमान में चाय की कम कीमत से अवगत हैं और हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही एक स्थान पर आ जाएंगे।” टी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव प्रबीर कुमार भट्टाचार्य ने कहा कि इस मुद्दे पर एक सर्वसम्मति से फैसला लेना होगा जो श्रमिकों और मालिकों दोनों को स्वीकार्य हो।