सिलीगुड़ी नगर निगम का मानवीय पहलू सामने आया है. रेलवे की जमीन पर रहने वालों को एक रुपए में जमीन का पट्टा देने पर कर रहा है। सिलीगुड़ी में रेलवे की जमीन पर रहने वाले लोगों को एक रुपये में स्थायी पट्टा देने पर नगर निगम के मेयर गौतम देव विचार कर रहे हैं। रेलवे की जमीन पर कई लोग लंबे समय से रह रहे हैं, लेकिन उनके पास कोई स्थायी दस्तावेज नहीं है। नतीजतन वे ट्रेड लाइसेंस, बिजली कनेक्शन या बैंक लोन जैसी सरकारी सुविधाओं से वंचित हैं। शनिवार को 116वें ‘टॉक टू मेयर’ कार्यक्रम के दौरान यह मुद्दा एक बार फिर उठा।
एक व्यक्ति ने मेयर को फोन करके अपनी पुरानी समस्या बताई और रेलवे की जमीन पर रहने वाले लोगों के लिए स्थायी पट्टा देने की मांग की। इस फोन कॉल को सुनने के बाद मेयर गौतम देव ने रेलवे विभाग की भूमिका पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “रेलवे केवल जमीन खरीदने के लिए कह रहा है। लेकिन गरीब लोगों के लिए जमीन की मौजूदा कीमत पर इसे खरीदना संभव नहीं है।” इस समस्या के समाधान के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से विशेष पहल की जा रही है। मेयर ने कहा कि 15 जून से रेलवे की जमीन पर रहने वाले लोगों पर विशेष सर्वेक्षण कराया जाएगा। सर्वेक्षण में शहर भर से निवासियों के हस्ताक्षर एकत्र किए जाएंगे। मेयर का लक्ष्य कम से कम एक लाख लोगों के हस्ताक्षर एकत्र कर उन्हें राज्य और केंद्र के उच्च अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत करना है।
गौतम देव ने कहा, “मैं इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए रेलवे के शीर्ष अधिकारियों से बात करने कोलकाता जाऊंगा। अगर वहां कोई समाधान नहीं हुआ, तो जरूरत पड़ने पर मैं सड़कों पर उतरने से भी नहीं हिचकिचाऊंगा।” नगरपालिका की यह पहल रेलवे की जमीन पर रहने वाले हजारों परिवारों के लिए उम्मीद की नई किरण बन सकती है। हालांकि, रेलवे द्वारा अंतिम निर्णय लिए जाने तक इस प्रस्ताव के क्रियान्वयन को लेकर अनिश्चितता बनी रहेगी।
