एकता की मिसाल है भारत-बांग्लादेश सीमा की विश्वकर्मा पूजा

सिलीगुड़ी के पास फूलबाड़ी में भारत-बांग्लादेश सीमा पर हर साल विश्वकर्मा पूजा का आयोजन किया जाता है। पिछले दो वर्षों में कोरोना के कारण पूजा की खास रौनक नहीं देखी गयी, पर  इस वर्ष स्थिति सामान्य होने के कारण फूलबाड़ी ट्रक ऑनर्स एंड ड्राइवर्स एसोसिएशन की ओर से काफी हर्सोल्लास व  धूमधाम से विश्वकर्मा पूजा का आयोजन किया जा रहा है। इस बार पूजा पंडाल को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। प्रतिमा भी शानदार है। प्रकाश सज्जा भी देखने लायक है। 

पूजा आयोजकों ने बताया “हम हिंदू और मुसलमान एक साथ पूजा करते हैं। इस साल यहाँ की विश्वकर्मा पूजा अपने 25वें वर्ष में प्रवेश कर रही है। इसलिए इस साल पूजा में कई खास विशेषताएं हैं। देव् शिल्पी विश्वकर्मा की मूर्ति कोलकाता के कुम्हारटोली से आ रही है। चंदननगर की मशहूर प्रकाश सज्जा पूजा पंडाल की शोभा बढ़ाएगी। पूजा के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी व्यवस्था की गई है।”

विश्वकर्मा पूजा की तैयारी भारत-बांग्लादेश सीमा के पास फूलबाड़ी ट्रक मालिकों, ड्राइवरों के  संघ की ओर से की जा रही है। फूलबाड़ी ट्रक मालिकों और चालक संगठन की यह पूजा सद्भाव की अनूठी मिसाल है। इसलिए सीमा पर फूलबाड़ी के ट्रक मालिकों और चालक संघ की इस पूजा को देखने न केवल स्थानीय लोग बल्कि शहर के भी लोग पहुंचते हैं।

By Priyanka Bhowmick

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