ऐड्वर्टाइज़िंग स्टैंडर्ड्स कौंसिल ऑफ़ इंडिया (एएससीआई) ने अपनी अर्ध-वार्षिक शिकायत रिपोर्ट 2024-25 जारी की है। रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि रियल एस्टेट और ऑफशोर बेटिंग के क्षेत्र में भ्रामक और अवैध विज्ञापनों की महत्वपूर्ण मौजूदगी है। एएससीआई ने अप्रैल और सितंबर 2024 के बीच 4016 शिकायतों की समीक्षा और 3031 विज्ञापनों की जाँच की। इन समीक्षित विज्ञापनों में से 98% विज्ञापनों में कुछ संशोधन की आवश्यकता पाई गई। डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर एएससीआई की निरंतर निगरानी में कुल विज्ञापनों के 93%, यानी 2830 विज्ञापनों पर कार्रवाई की गई।
जिन विज्ञापनों की जाँच की गई, उनमें से 2087 विज्ञापनों में कानून का उल्लंघन पाया गया, जिनमें से 1027 विज्ञापनों के बारे में एएससीआई और महारेरा के संपन्न समझौता ज्ञापन के तहत महाराष्ट्र रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण (महारेरा) को रिपोर्ट किया गया। अवैध सट्टेबाजी को बढ़ावा देने वाले 890 विज्ञापनों की जानकारी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (एमआईबी) को दी गई। वहीं, 156 विज्ञापनों को ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडीज (डीएमआर) एक्ट के उल्लंघन के कारण आयुष मंत्रालय को भेजा गया, शराब को सीधे बढ़ावा देने वाले 10 विज्ञापनों और डीपफेक से संबंधित चार अन्य विज्ञापनों को सूचना और प्रसारण मंत्रालय के पास भेजा गया। औपचारिक रूप से जाँचे गए मामलों में बाकी बचे 944 विज्ञापनों में से 53% पर विज्ञापनकर्ताओं द्वारा ईएससीआई से शिकायत की सूचना मिलने पद कोई प्रतिवाद नहीं किया गया।
एएससीआई की सीईओ, मनीषा कपूर ने कहा कि, “सट्टेबाजी और रियल्टी जैसे क्षेत्रों में सरकारी नियामकों के साथ साझेदारी में हमारे कार्य का प्रभाव स्पष्ट दिख रहा है। हालाँकि अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है, तो भी इस तरह की साझेदारियाँ बेहतर निगरानी के लिए प्रेरणा पैदा करने में सक्षम हैं। ग्रीनवाशिंग एक और क्षेत्र है जहाँ हमने 2024 में आसान दिशा-निर्देश जारी किए हैं, क्योंकि इस क्षेत्र पर हमारा फोकस बना रहेगा। शिकायत प्रबंधन के लिए हमारे टर्न-अराउंड समय को कम करने में निरंतर प्रगति के साथ, एएससीआई का गहन अनुभव और तकनीक-समर्थित प्रयास भारत के उपभोक्ताओं को बेहतर सुरक्षा प्रदान करने के लिए विकसित हो रहे हैं।” विज्ञापनदाताओं के लिए, ये निष्कर्ष अनुपालन और पारदर्शिता को प्राथमिकता देने के लिए कार्रवाई करने का आह्वान करते हैं। उपभोक्ताओं के लिए, यह रिपोर्ट आपत्तिजनक विज्ञापन से लड़ने के लिए एक विश्वसनीय तंत्र प्रदान करने में एएससीआई की भूमिका को रेखांकित करती है।