टोक्यो ओलंपिक का आज 14वां दिन है. भारत की पुरुष हॉकी टीम का कांस्य पदक के लिए जर्मनी से मुकाबला जारी है, जिसमें जर्मनी ने अब तक 3 गोल दागे हैं वहीं भारत 5 गोल कर चुका है| टीम इंडिया की इस मुकाबले में खराब शुरुआत भले रही हो लेकिन फिर उसने लगातार गोल दागकर वापसी की| लेकिन इसके बाद जर्मनी ने दो और गोल कर भारत पर दबाव बना दिया. लेकिन टीम इंडिया ने जबरदस्त वापसी करते हुए महज 2 मिनट में मैच को 5-3 की बढ़त पर ला दिया| जर्मनी ने मैच के पहले मिनट में ही गोल किया है| जर्मनी की ओर से Timur Oruz ने ये फील्ड गोल किया, जिसके बाद जर्मनी 1-0 से आगे हो गई थी| टीम इंडिया के पास जवाबी हमला करने का मौका था, लेकिन वो चूक गई| भारत को 5वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला. लेकिन रुपिंदर पाल सिंह गोल करने में नाकाम रहे| रुपिंदर निराश नजर आए| वह इंजेक्शन से खुश नहीं दिखे|
पहला क्वार्टर खत्म हो चुका है, जिसमें जर्मनी भारत पर हावी रहा| इस क्वॉर्टर में जर्मनी काफी आक्रामक नजर आया| जर्मनी की टीम ने पहले मिनट में ही गोल दागकर अपने इरादे साफ कर दिए और शुरुआती बढ़त बना ली| पहले क्वार्टर के खत्म होने के ठीक पहले उसे पेनल्टी कॉर्नर मिले| भारत ने इसपर शानदार बचाव किया और जर्मनी की बढ़त को 1-0 तक ही रखा| श्रीजेश की यहां पर खासतौर से तारीफ करनी होगी| उन्होंने लगातार दो अच्छे सेव किए|
सभी भारतीय दुआ कर रहे हैं कि भारत पदक जीतकर 41 साल बाद फिर से ओलिंपिक खेलों में पदक जीतकर फिर से हॉकी के सुनहरे दिन देश में लेकर आए| इससे पहले चार दशक बाद ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का भारतीय पुरुष हॉकी टीम का सपना दुनिया की नंबर एक टीम बेल्जियम ने तोड़ दिया था|
बता दें कि जहां तक पहले ओलिंपिक खेलों में जब भारत के कांस्य पदक के लिए खेले गए मुकाबलों की बात है, तो भारत ने 1968 में जर्मनी को 2-1 से हराया था, तो 1972 में हॉलैंड को 2-1 से मात दी थी| अब आज देखते हैं कि भारतीय लड़ाके क्या कर पाते हैं| वहीं, पिछले मैच में आखिरी क्वार्टर में खराब प्रदर्शन का खामियाजा भारतीय हॉकी टीम को भुगतना पड़ा था और बेल्जियम ने उसे 5-2 से हरा दिया था, लेकिन मनप्रीत सिंह की टीम हालांकि तोक्यो खेलों में अब भी कांस्य पदक की दौड़ में बनी हुई है जिसके लिये उसका सामना कुछ ही देर बाद होने जा रहा है. और फैंस टीम के लिए दुआएं कर रहे हैं|भारतीय टीम पर नजर डाल लें, जो आज मैदान पर उतरेगी|