मुख्यमंत्री के उत्तर बंगाल दौरे के बीच ही बंद हुआ चाय बागान

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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जिले में मौजूदगी के दौरान ही सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम मजदूरी का भुगतान किये बिना ही चाय बागान बंद कर दिया गया। बागान का मालिक रात के अँधेरे में चाय बागान छोड़कर फरार हो गया। दीवाली से पहले इस तरह बागान प्रबंधन के बागान छोड़ने से सैकड़ों मजदूर परिवार पर भारी संकट आन पड़ा है।

जलपाईगुड़ी कोतवाली थाना क्षेत्र के बेरूबाड़ी इलाके में स्थित अमरपुर चाय बागान में मंगलवार की सुबह जब चाय बागान श्रमिक काम करने पहुंचे तो उन्होंने बागान में काम बंद का नोटिस देखे। बागान बंद का नोटिस देखते ही सभी हैरान हो गए। 

दिवाली से ठीक पहले बागान बंद होने से करीब चार सौ श्रमिकों  के घरों में अँधेरा छा गया है। गौरतलब है राज्य सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम मजदूरी का भुगतान करने से चाय बागान  प्रबंधन लंबे समय से इंकार करते आ रहे हैं। अमरपुर चाय बागान के मजदूरों ने शिकायत की है कि मजदूरों द्वारा अपने अधिकार की मांग को लेकर आंदोलन शुरू करने के बाद भी मजदूर संगठन द्वारा संबंधित पक्षों को मामले की जानकारी देने पर भी मालिक ने इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं की। इस बीच जब प्रदेश की मुख्यमंत्री जिले में प्रशासनिक बैठक कर रही है तो चाय बागान प्रबंधन ने काम बंद होने का नोटिस लटकाकर चाय बागान छोड़ दिया। 

बागान प्रबंधन के इस कदम से दीपावली से पहले चार सौ मजदूरों के परिवार में घना अंधेरा छा गया है। इधर मंगलवार को काम ठप होने का नोटिस देखकर अमरपुर चाय बागान के कर्मचारी धरने पर बैठ गए। इस संदर्भ में सीटू के मजदूर नेता पीयूष मिश्रा ने कहा बागान का मालिक लंबे समय से न्यूनतम मजदूरी नहीं दे रहा था। आज अचानक काम बंद का नोटिस लटका दिया गया है, लेकिन मजदूरों को यह  पता है कि उनके अधिकारों को कैसे छीनना है।
दूसरी ओर एक श्रमिक संध्या रॉय ने कहा, हम सरकार द्वारा तय उचित मजदूरी चाहते थे, आज मालिक अचानक काम बंद का नोटिस टांग कर भागना छोड़ कर फरार हो गया।