टीसीपीएल जीईएस (TCPL GES) ने आज झारखण्ड सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू – MoU) पर हस्ताक्षर किए जाने की घोषणा की है। इस अनुबंधका उद्देश्य मोबिलिटी समाधानों के लिए न्यूनतम-से-शून्य उत्सर्जन तकनीकों का उत्पादन करने के लिए एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करना है। ज्ञातव्य है कि टीसीपीएल जीईएस, टाटा कमिंस प्राइवेट लिमिटेड (टीसीपीएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो की टाटा मोटर्स लिमिटेड और कमिंस इंक. यूएसए का 50:50 संयुक्त उपक्रम है। समझौता ज्ञापन पर झारखण्ड सरकार के उद्योग विभाग के सचिव श्री जितेंद्र कुमार और भारत में कमिंस ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी अजय पाटिल ने झारखण्ड के माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन, टाटा मोटर्स के कार्यकारी निदेशक गिरीश वाघ और कमिंस इंडिया में इंजन व्यवसाय के उपाध्यक्ष नितिन जिराफे की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
यह सहयोग जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत के पंचामृत तत्व के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और कार्बन के कम उत्सर्जन वाली अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने की दिशा में झारखण्ड सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है। झारखण्ड भारत में वाणिज्यिक वाहन उद्योग के लिए उन्नत तकनीकी उत्पादों के निर्माण के दरवाजे खोलने वाले भारत के पहले राज्यों में से एक होगा, जो देश के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में योगदान देगा।
हाइड्रोजन इंटरनल कम्बशन इंजन, बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल सिस्टमस, फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल सिस्टमस और फ्यूल डिलीवरी सिस्टमस समेत ईंधन-एगनॉस्टिक पावरट्रेन समाधान का उत्पादन करने के लिए टीसीपीएल जीईएस (TCPL GES) द्वारा अगले कुछ वर्षों में 350 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जाएगा। भविष्य की स्वच्छ ऊर्जा तकनीकियों में निवेश की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, अत्याधुनिक उत्पादन केंद्र टाटा मोटर्स और कमिंस इंडिया की मेक इन इंडिया पहल और भारत को आत्मनिर्भर बनाने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है। अन्य सभी कमिंस केंद्रों की तरह, टीसीपीएल जीईएस (TCPL GES) साइट कृश, स्वच्छ और हरित मैन्युफैक्चरिंग का अनुपालन करेगी। इस संयंत्र में 2024 से चरणबद्ध तरीके से उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। वर्तमान योजनाओं के अनुसार, हाइड्रोजन इंटरनल कम्बशन इंजन पहले लॉन्च किया जाएगा, उसके बाद बैटरी इलेक्ट्रिक कंपोनेंट्स और फ्यूल डिलीवरी सिस्टमस से संबंधित उत्पाद पेश किए जाएंगे।यह निवेश मजबूत आपूर्ति पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए एक प्रमुख उद्यम का निर्माण करेगा। इससे राज्य के कुशल युवाओं को नई तकनीकों और नई प्रक्रियाओं पर काम करने का एक बड़ा अवसर मिलेगा और यह 300 से अधिक युवाओं के लिए प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद करते हुए राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए एक दिशानिर्देशक के रूप में कार्य करेगा।