टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और एचपीसीएल ईवी चार्जिंग बुनियादी ढांचे को अनुकूलित करने के लिए सहयोग करते हैं

टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लि. (टीपीईएम), भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की क्रांति के लिये मशहूर, ने हिन्‍दुस्‍तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि. (एचपीसीएल) के साथ एक एमओयू पर हस्‍ताक्षर किये हैं। एमओयू के तहत भारत में सार्वजनिक चार्जिंग स्‍टेशंस स्‍थापित करने के लिये मिलकर काम किया जाएगा। यह गठजोड़ एचपीसीएल के विस्‍तृत फ्यूल स्‍टेशन नेटवर्क और टीपीईएम को भारत की सड़कों पर 1.2 लाख से ज्‍यादा टाटा ईवी से मिलने वाली जानकारियों का इस्‍तेमाल करेगा। इस तरह उन जगहों पर चार्जर्स स्‍थापित किये जाएंगे, जहाँ टाटा ईवी के मालिक अक्‍सर जाते हैं। इसके अलावा, एचपीसीएल ग्राहक के अनुभव को बेहतर बनाने के लिये चार्जर के इस्‍तेमाल पर जानकारियाँ भी लेगी। भारत में ईवी के मालिकों का अनुभव बेहतर बनाने की एक कोशिश में टीपीईएम और एचपीसीएल के बीच हुए इस अनुबंध का लक्ष्‍य दोनों कंपनियों की क्षमताओं का लाभ उठाना है। इस तरह देश में ज्‍यादा से ज्‍यादा लोग इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने के लिये प्रोत्‍साहित होंगे। दोनों कंपनियाँ एक को-ब्राण्‍डेड आरएफआईडी कार्ड के माध्‍यम से भुगतान की सुविधाजनक प्रणाली भी पेश करना चाहती हैं। इस तरह चार्जिंग का परेशानी रहित अनुभव मिलेगा।

टीपीईएम भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के बाजार की अग्रणी है और इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों के बाजार में उसकी 68% से ज्‍यादा हिस्‍सेदारी है। एचपीसीएल के पास 21500 से ज्‍यादा फ्यूल स्‍टेशंस का एक देशव्‍यापी नेटवर्क है और कंपनी संवहनीय भविष्‍य के लिये प्रतिबद्ध है। इसके अलावा एचपीसीएल दिसंबर 2024 तक 5000 इलेक्ट्रिक व्‍हीकल चार्जिंग स्‍टेशंस इंस्‍टाल करना चाहती है। टीपीईएम के पोर्टफोलियो में चार उत्‍पाद हैं और इसने देश में ईवी के इकोसिस्‍टम की बढ़त का नेतृत्‍व किया है। उसका पहला ईवी एक्‍सक्‍लूसिव स्‍टोर गुरुग्राम में खुला था और उसने चार्जिंग के मामले में भारत के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिये विभिन्‍न चार्ज पॉइंट ऑपरेटर्स के साथ काम किया है। दूसरी ओर, एचपीसीएल ने देश में कुल 3050 ईवी चार्जिंग स्‍टेशंस स्‍थापित किये हैं। इनमें बैटरी स्‍वैपिंग स्‍टेशंस भी शामिल हैं।  इस भागीदारी पर अपनी बात रखते हुए, टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लि. और टाटा मोटर्स पैसेंजर व्‍हीकल्‍स लि. के चीफ स्‍ट्रेटजी ऑफिसर बालाजी राजन ने कहा, ‘‘भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में तेजी के साथ, चार्जिंग के लिये बड़े और भरोसेमंद बुनियादी ढांचे की उपलब्‍धता ईवी को कारगर बनाने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाएगी। एचपीसीएल के साथ यह महत्‍वपूर्ण भागीदारी भारत के ईवी इकोसिस्‍टम को उन्‍नत बनाने के लिये हमारा समर्पण दिखाती है। इसमें चार्जिंग के बुनियादी ढांचे का विकास एक महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह गठबंधन ईवी के बढ़ते ग्राहकों की संख्‍या को सहयोग देने के लिये बुनियादी ढांचे के विकास को आसान बनाने के लिए जरूरी है। ईवी के इस्‍तेमाल पर टीपीईएम की गहन जानकारियों और एचपीसीएल के विशाल देशव्‍यापी नेटवर्क का इस्‍तेमाल करते हुए, यह भागीदारी देश में चार्जिंग के बुनियादी ढांचे में बदलाव लाने की क्षमता रखती है।’’

देबाशीश चक्रवर्ती, चीफ जनरल मैनेजर, रिटेल स्‍ट्रेटजी एवं बीडी, एचपीसीएल के अनुसार, ‘अपने 21000 से ज्‍यादा फ्यूल स्‍टेशंस के साथ एचपीसीएल ने टाटा मोटर्स के साथ गठजोड़ किया है। गौरतलब है कि भारत के ईवी बाजार में टाटा मोटर्स की हिस्‍सेदारी 68% है। इस गठजोड़ के माध्‍यम से एचपीसीएल को टाटा मोटर्स के व्‍हीकल बेस का सहयोग मिलेगा। हम चार्जिंग की ज्‍यादा मांग वाली जगहों पर ईवी चार्जिंग के बुनियादी ढांचे में रणनीतिक विकास कर सकेंगे। हम रेंज को लेकर इलेक्ट्रिक वाहन के ग्राहकों की चिंता कम करने में मदद करेंगे।’’ दुनियाभर की केस स्‍टडीज दिखाती हैं कि इलेक्ट्रिक ईवी को अपनाये जाने में चार्जिंग का हर जगह मौजूद और सुविधाजनक बुनियादी ढांचा पहली शर्त है। चार्जिंग इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर में यह विकास ईवी को अपनाने में हो रही वृद्धि का प्रतीक है। इस संदर्भ में, इस क्षेत्र की दो अग्रणी कंपनियों के बीच गठजोड़ निश्चित तौर पर ईवी में भारत की तरक्‍की को अगले चरण में लेकर जाएगा। 

By Business Bureau