टाटा मोटर्स, वाणिज्यिक वाहन बनाने वाली भारत की सबसे बड़ी कंपनी, ने आज टाटा स्टील को अपने अगली पीढ़ी के और पर्यावरण के अनुकूल ईंधन (ग्रीन फ्यूल) से चलने वाले वाणिज्यिक वाहन सौंपे हैं। इन वाहनों में प्राइमा ट्रैक्टर्स, टिपर्स और अल्ट्रा ईवी बस शामिल हैं। यह वाहन लिक्विफाइड नैचुरल गैस (एनएनजी) और बैटरी इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज से चलते हैं। इन वाहनों को टाटा सन्स के चेयरमैन श्री एन. चंद्रसेकरन ने जमशेदपुर में चल रहे टाटा ग्रुप के संस्थापक दिवस उत्सव में हरी झंडी दिखाई। उस समारोह में टाटा स्टील के सीईओ और प्रबंध निदेशक श्री टी. वी. नरेन्द्रन, टाटा मोटर्स के कार्यकारी निदेशक श्री गिरीश वाघ और उनकी लीडरशिप टीमों के वरिष्ठ सदस्य मौजूद थे। टाटा मोटर्स के साथ लंबे समय से चल रही भागीदारी के बारे में टाटा स्टील के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफीसर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर टी. वी. नरेन्द्रन ने कहा: “ यह आपूर्ति टाटा मोटर्स के साथ लंबे समय से जारी हमारी प्रतिबद्धता के लिये एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। अपने-अपने उद्योगों में अग्रणी होने के नाते टाटा स्टील और टाटा मोटर्स के पास स्थायित्व एवं नवाचार के लिये साझा दृष्टिकोण है। अपनी संयुक्त विशेषज्ञता और संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए हम अपने-अपने उद्योगों में क्रांति कर रहे हैं। हम पर्यावरण की जिम्मेदारी लेने का रास्ता भी दिखा रहे हैं। साथ मिलकर हम सकारात्मक बदलाव को प्रेरित करने और पर्यावरण-हितैषी समाधानों की आपूर्ति के लिये प्रतिबद्ध हैं। यह समाधान न सिर्फ हमारे व्यवसायों को फायदा पहुँचाएंगे, बल्कि आने वाले कल को ज्यादा हरा-भरा बनाने में योगदान भी देंगे।”
भविष्य के लिये तैयार वाहनों को हरी झंडी दिखाये जाने पर टाटा मोटर्स के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री गिरीश वाघ ने कहा, “टाटा मोटर्स भारत में स्थायी, सुरक्षित और स्मार्ट यातायात के वैश्विक प्रचलन को प्रेरित कर रही है। हमारे वाणिज्यिक वाहनों का ग्रीन फ्लीट अपनी आपूर्ति श्रृंखला को कार्बन न्यूट्रल बनाने की दिशा में टाटा स्टील के प्रयासों को तेज कर देगा। हमने कार्यात्मकता, प्रदर्शन, कनेक्टिविटी और सुरक्षा को बढ़ाने के लिये सर्वांगीण समाधानों को डिजाइन करने हेतु उनके और उनके परिवहन भागीदारों के साथ गठजोड़ किया है। इन वाहनों के हर पहलू को उद्देश्यपूर्ण तरीके से समृद्ध बनाया गया है, ताकि यह विभिन्न कार्यचक्रों और विशेष प्रयोगों में काम आ सकें। हमें अपना-अपना कार्बन फुटप्रिंट कम करने और 2025 तक शून्य उत्सर्जन हासिल करने के अपने प्रयासों में इस ऐतिहासिक भागीदारी को मजबूत करने की आशा है।”टाटा मोटर्स के नये जमाने के कमर्शियल वाहनों में सुरक्षा के कई फीचर्स हैं। इनमें एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेन्स सिस्टम (एडीएएस), इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, एक्टिव ट्रैक्शन कंट्रोल और ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम, आदि शामिल हैं। यह वाहन स्टील के उत्पादों और कच्चे माल के परिवहन के लिये टाटा स्टील के डिलीवरी पार्टनर्स को सौंपे गये हैं।
टाटा प्राइमा एलएनजी ट्रकों की श्रृंखला को विभिन्न प्रयोगों के लिये इंजीनियर किया गया है। इनमें शामिल टिपर्स (3530.K) और ट्रैक्टरों (5530.S) का इस्तेमाल सर्फेस, खनन एवं लंबी दूरी की ढुलाई के लिये वाणिज्यिक परिवहन में होगा। बैटरी-इलेक्ट्रिक रेंज को अपनाये जाने में तेजी को देखते हुए, 28T ईवी टिपर (E28.K) और 46T ईवी ट्रैक्टर (E46.S) को वास्तविक स्थितियों में प्रदर्शन के लिये काम में लिया जा रहा है। यह लॉजिस्टिक के लिये टाटा स्टील की गतिशीलता का हिस्सा है। शून्य उत्सर्जन वाले ट्रकों के साथ-साथ कंपनी अपने संयंत्रों पर कर्मचारियों के परिवहन के लिये टाटा अल्ट्रा ईवी बसों का इस्तेमाल भी कर रही है।