भारत सरकार ने 2030 तक अपनी अर्थव्यवस्था की उत्सर्जन तीव्रता को 45% तक कम करने का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। हाइड्रोजन ईंधन सेल प्रौद्योगिकी जीवाश्म ईंधन को बदलने के लिए एक आशाजनक विकल्प के रूप में उभर रही है। टाटा मोटर्स ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और हाइड्रोजन से चलने वाले वाहनों के विकास में अग्रणी रहा है।