भारत के दिल में जमशेदपुर शहर की चहल-पहल के बीच एक संगठन, नव जागृत मानव समाज (एनजेएमएस) बेहद शांति से अनेक लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है। एनजेएमएस एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो कुष्ठ रोग (लेप्रसी) से बचाव और नियंत्रण करने के लिए समर्पित है। टाटा मोटर्स के सहयोग से, एनजेएमएस इस बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए और लोगों को मज़बूत बनाने के लिए बिना थके लगातार काम कर रहा I जमशेदपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में कुष्ठ रोग के मामलों में कमी लाने के क्षेत्र में एनजेएमएस ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की है। इस मुहिम में 500 से ज्यादा स्थानीय स्वयंसेवक शामिल हैं, जिसमें टाटा मोटर्स के स्वंयसेवक और अन्य समान विचारधारा वाले परोपकारी व्यक्ति शामिल हैं। एनजेएमएस ने स्वास्थ्य, शिक्षा, लोगों को रोजगार में लोगों को सक्षम बनाने और जीविकोपार्जन के क्षेत्र में पहल कर कई पहलुओं पर उल्लेखनीय प्रभाव डाला है।
एनजेएमएस ने बेहद प्रभावशाली ढंग से सालाना डोर-टु-डोर सर्वे किया। अपने इस सर्वे से एनजेएमएस ने कुष्ठ रोग की जल्दी पहचान के लिए 75 हजार लोगों तक पहुंच बनाई है। केवल तीन सालों में कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है, पहले जहां 1000 में से 15 लोग कुष्ठ रोग की चपेट में आते थे, वहीं अब यह संख्या 1000 में से केवल 5 लोगों तक सिमट गई है। एनजेएमएस अंत्योदय भवन में 4000 से ज्यादा कुष्ठ रोगियों को मेडिकल केयर और रहने की मुफ्त सुविधा उपलब्ध कराता है। वह बच्चों की शिक्षा और आजीविका में भी सहयोग प्रदान कर रहा है। टाटा मोटर्स के महत्वपूर्ण सहयोग ने कुष्ठ रोग से बचाव के लिए किए एनजेएमएस के प्रभावशाली कार्यों का स्तर और ऊपर उठाया है। इससे कुष्ठ रोग के मामलों में उल्लखनीय कमी आई है। इस तरह जमशेदपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में एनजेएमएस लोगों की जिंदगी को बदल कर उसे और ज्यादा सुविधाजनक और आसान बना रहा है।
टाटा मोटर्स में सीएसआर हेड श्री विनोद कुलकर्णी ने जोर देकर कहा, “नव जागृत मानव समाज कुष्ठ रोग को जड़ से मिटाने और इससे पीड़ित लोगों को मजबूती प्रदान करने की अथक प्रतिबद्धता में सहानुभूति और लचीलेपन के सच्चे सार का प्रतीक है। टाटा मोटर्स इस नेक प्रयास में एनजेएमएस का सहयोग कर बेहद आभारी महसूस कर रहा है। टाटा मोटर्स ने कुष्ठ रोग मुक्त समाज बनाने की दिशा में एनजेएमएस के अमूल्य योगदान की पहचान की है। आपसी साझेदारी से किए गए प्रयासों और अटूट समर्पण से हम सभी लोगों के लिए ऐसे भविष्य के निर्माण में विश्वास रखते हैं, जो स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों के बावजूद लोगों को सम्मानपूर्ण और समाज की मुख्य धारा में शामिल होते हुए जिंदगी जीने के काबिल बनाए।’’