02
Feb
फाराबारी के बलराम कॉलोनी की रहने वाली कृष्ण शील पेशे से नाई हैं। वह अपना दिन बाल काटने में व्यतीत करते थे। अचानक 2 साल पहले हुए एक हादसे में उसके एक पैर के काटने की नौबत आ गयी थी | लेकिन इलाज करने और दवा की वजह से उसका पैर बच गया लेकिन वह बेरोजगार हो गया | तभी से कृष्ण शील की आमदनी खत्म हो गई और वह बेबस हो गए।इस बीच उन्होंने यूनिक सोशल वेलफेयर से संपर्क किया। बुधवार को यूनिक सोशल वेलफेयर की ओर उसके टाई-साइकिल में फूल बेचने की व्यवस्था कर दी गयी |