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Sep
मई 1940 में फ़्रांस के बंदरगाह शहर डनकर्क में नौ दिनों तक चले इस बचाव अभियान में समुद्र के तटों और बंदरगाह से मित्र देशों के 3,38,000 से अधिक सैनिकों को जर्मन सेना के चंगुल से बचाकर निकाला गया था. यूरोपीय सैनिकों के इस जत्थे में भारतीय सैनिक मेजर मोहम्मद अक़बर ख़ान भी थे. उन्होंने 28 मई को सेना के जत्थे में शामिल भारत के 300 और ब्रिटेन के 23 सैनिकों की टुकड़ी का नेतृत्व किया था. यह टुकड़ी ईस्ट मोल के बंदरगाह पर बमबारी से तबाह क़रीब एक मील लंबी लकड़ी की जेट्टी के पास तैनात थी. इसे क्रिस्टोफ़र…