30
Jan
संपादकीय में लिखा गया है, "मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते अन्ना दो बार दिल्ली आए और उन्होंने जोरदार आंदोलन किया. इस आंदोलन की मशाल में तेल डालने का काम तो भाजपा कर रही थी लेकिन विगत सात वर्षों में मोदी शासन में नोटबंदी से लॉकडाउन तक कई निर्णयों से जनता बेजार हुई, लेकिन अन्ना ने करवट भी नहीं बदली. महाराष्ट्र की सत्ताधारी पार्टी शिव सेना (Shiv Sena) ने अपने मुखपत्र 'सामना' में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे (Anna Hazare) पर निशाना साधा है और उनके द्वारा अपने प्रस्तावित अनशन को रद्द किए जाने पर तंज कसा है. सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि अब…