शहर के होटलों और रेस्तरां में लगातार अनियमितताओं के आरोपों को लेकर सिलीगुड़ी में उथल-पुथल की स्थिति है। कहीं बाथरूम में खाना रखा हुआ है तो कहीं बिरयानी के बर्तनों में कीड़े मिले हैं। शहर के खाद्य प्रेमी इन बढ़ती शिकायतों से गुस्से में हैं। विशेष रूप से बिरयानी प्रेमियों में व्यापक असंतोष है। इस स्थिति में, सिलीगुड़ी नगर निगम ने खाद्य सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए कठोर कदम उठाए हैं । हाल ही में नगर निगम के सभाकक्ष में इस मुद्दे को लेकर मेयर गौतम देव की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। बैठक में सिलीगुड़ी के एसडीओ, सीओएमईसी, उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारी, उप महापौर और एमएमआईसी शामिल हुए।
बैठक में निर्णय लिया गया कि एक विशेष निरीक्षण दल का गठन किया जाएगा, जो प्रत्येक शुक्रवार को शहर के विभिन्न भागों में स्थित होटलों और रेस्तरांओं का औचक निरीक्षण करेगा। टीम भोजन तैयार करने की विधि, पर्यावरण की स्वच्छता और स्वच्छता नियमों के अनुपालन का निरीक्षण करेगी। इस टीम को हर मंगलवार को नगर निगम को रिपोर्ट देनी होगी। रिपोर्ट में अनियमितता पाए जाने पर संबंधित संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मेयर गौतम देब ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया, “खाद्य सुरक्षा को लेकर कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। यह अभियान नियमित रूप से जारी रहेगा। शहर के लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए यह कदम बेहद जरूरी है।” शहर के निवासियों को उम्मीद है कि इस पहल से सिलीगुड़ी में होटलों और रेस्तरां की गुणवत्ता में सुधार आएगा और खाद्य सुरक्षा में विश्वास बहाल होगा।