स्किल इंडिया ने पूर्व सैनिक कर्मियों की रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए रिसेटलमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम हेतु भारतीय सशस्त्र बल के साथ भागीदारी की

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स्किल इंडिया मिशन के प्रयासों को बढ़ावा देने और सेवानिवृत्त सशस्त्र सेवा कर्मियों की रोजगार क्षमता को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तहत क्षेत्रीय कौशल विकास और उद्यमिता निदेशालय (आरडीएसडीई), तेलंगाना ने पूर्व सैनिक कल्याण विभाग (रक्षा मंत्रालय) के पुनर्वास महानिदेशालय (डीजीआर) के साथ साझेदारी की है। साझेदारी का उद्देश्य एयरोस्पेस और एविएशन (ड्रोन टेक्नोलॉजी), कैपिटल गुड्स और ऑटोमोटिव जैसे सेक्टर्स पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक कम्प्रेहैन्सिव रिसेटलमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम लागू करना है।

साझेदारी के तहत, यह कार्यक्रम सेवानिवृत्त होने वाले सेवा कर्मियों को नागरिक जीवन में, विशेष रूप से हाई-डिमांड वाले क्षेत्रों में पुन: शामिल करने की सुविधा प्रदान करेगा। कार्यक्रम को विकलांग सैनिकों, विधवाओं और आश्रितों सहित सशस्त्र सेवा कर्मियों के विविध स्किल सेट को पूरा करने के लिए सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किया गया है, जो उनके सफल पुनर्वास के लिए 100% रोजगार के अवसर सुनिश्चित करता है। भारत भर के सभी 33 एनएसटीआई में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि सेवाओं से सेवानिवृत्ति के बाद 70,000 सशस्त्र बलों के कर्मियों का लाभकारी पुनर्स्थापन सुनिश्चित किया जा सके।

इस पहल की सराहना करते हुए, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने कहा, “हम अपने सशस्त्र सेवा कर्मियों को नागरिक जीवन में परिवर्तन के दौरान सशक्त बनाने के लिए समर्पित पहलों का नेतृत्व करने में बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं। यह भागीदारी उस यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है। हाई डिमांड वाले प्रमुख क्षेत्रों पर हमारा ध्यान सेवानिवृत्त सेवा कर्मियों के लिए व्यक्तिगत रिसेटलमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। यह न केवल जॉब देने बल्कि उन लोगों के लिए संतोषजनक करियर सुनिश्चित करने के प्रति हमारे समर्पण का प्रतीक है जिन्होंने साहसपूर्वक हमारे देश की सेवा की है। कौशल विकास को प्राथमिकता देकर, हमारा लक्ष्य हमारे सशस्त्र सेवा सदस्यों के लिए डायनमिक सिविलियन वर्कफोर्स में एक सहज और निर्बाध परिवर्तन की सुविधा प्रदान करना है, जो हमारे राष्ट्र की समृद्धि में सक्रिय रूप से योगदान देते हुए उनके व्यक्तिगत विकास का सहयोग करना है। इन कर्मियों का दशकों का ऑन-फील्ड अनुभव इंडस्ट्री के लिए सराहनीय होगा। इस पहल के साथ, हम हाई-डिमांड सेक्टर में काम की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बेस्ट माइंड का उपयोग कर सकते हैं।”