सिलीगुड़ी नगर निगम ने शहरवासियों को दूषित पेयजल पिलाया है:विधायक शंकर घोष

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दूषित पेयजल को लेकर विधायक शंकर घोष ने पीएचई कार्यालय को एक पत्र भेजा है

सिलीगुड़ी : – इनदिनो नगर निगम में सत्ताधारी पार्टी और विरोधी पार्टी में पानी को लेकर तूतूमैमै का बहस कई दिनों से चला आ रहा है इसी को लेकर आज गौतम देव और शंकर घोष में पानी को लेकर तूतूमैमै का जुवानी बहस शुरू हो चुका है। सिलीगुड़ी नगर निगम ने शहरवासियों को दूषित पेयजल उपलब्ध कराई है। यह आरोप लगाते हुए सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष ने पीएचई कार्यालय को एक पत्र भेजा है। उन्होंने इस घटना की जांच की मांग की है। विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि हाल ही में तीस्ता नदी पर बांध के काम के लिए महानंदा नदी से पानी की आपूर्ति की गई थी। लेकिन कुछ दिनों के बाद मेयर गौतम देव ने उस पानी को पीने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था।पानी की जांच किये बिना उसे पेयजल के रूप में कैसे सप्लाई कर दिया गया? इसे लेकर उन्होंने सवाल उठाए है। विधायक शंकर घोष ने राज्य सरकार के पीएचई विभाग में शिकायत दर्ज कराई और मामले की पूरी जांच की मांग की।वहीं, इस संबंध में मेयर गौतम देव ने कहा कि कोई दूषित पानी नहीं पिलाया गया है। यह समस्या प्राकृतिक आपदाओं के कारण उत्पन्न हुई थी।युद्धकालीन तत्परता से सभी व्यवस्थाएं कर ली गई है। अगर विधायक अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे तो कानून के मुताबिक जवाब दी जाएगी। तो हम भी इसका जवाब कानूनी कार्रवाई के द्वारा देंगे। पानी की शुद्धता को जांच करके ही शहरवासियो को पानी उपलब्ध कराया गया है।