सिलीगुड़ी में धनतेरस बाजार में मंदी की छाया, बिक्री ठप – व्यापारियों के चेहरे पर निराशा

धनतेरस का पर्व और बाजार में रौनक की उम्मीद—लेकिन इस बार शिलिगुड़ी के बाजारों में उत्सव की चकाचौंध के पीछे व्यापारी वर्ग में साफ  दिख रही है  चिंता और निराशा। धनतेरस के शुभ मौके पर हर साल की तरह आज भी लोग लक्ष्मी-गणेश की पूजा, पीतल-कांसे के बर्तन, नई झाड़ू, छोटी मूर्तियाँ और सोने-चाँदी की खरीदारी के लिए बाजारों में निकले।  सिलीगुड़ी के बिधान मार्केट, हिलकार्ट रोड और महाबिस्तान बाजार जैसे प्रमुख व्यापारিক অঞ্চलों में भीड़ तो दिखी, लेकिन बिक्री नहीं। व्यापारियों का कहना है कि

“दुकानें सजाईं, लाइटिंग की, स्टॉक भरा लेकिन ग्राहक खरीदारी नहीं कर रहे। आते हैं, देखते हैं और लौट जाते हैं।” एक अन्य दुकानदार ने कहा, “पिछले साल की तुलना में इस बार बिक्री आधे से भी कम है। पर्व के दिन जैसे धनतेरस में ऐसा हाल पहले कभी नहीं देखा।”

कई व्यापारियों का मानना है कि इस बार पर्वतीय क्षेत्रों में हाल की प्राकृतिक आपदा और आर्थिक दबाव के कारण बाहर से आने वाले ग्राहक नहीं आए हैं। साथ ही महंगाई की मार के कारण भी लोग सिर्फ जरूरत की चीजें खरीद रहे हैं। जहाँ इस दिन आमतौर पर व्यापारियों के चेहरे पर मुस्कान रहती है, इस बार बाजार में मायूसी और चिंतन का माहौल है।

By Sonakshi Sarkar