मालतीपुर ग्राम पंचायत के लोगों ने पंचायत अधिकारियों पर रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा ) के तहत इलाके में सीवर निर्माण के नाम पर सरकारी पैसों की हेराफेरी करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के तृणमूल प्रधान एंव उप प्रधान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ आवाज उठाई है| इसके साथ ही इलाके के लोगों ने इस बारे में चांचल – 2 प्रखंड को सामूहिक हस्ताक्षर का एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में सरकारी धन की हेराफेरी का आरोप लगाया गया है| इधर इन आरोपों के सामने आने के बाद मालतीपुर ग्राम पंचायत अधिकारियों के खिलाफ इलाके में 100 दिन की कार्य परियोजना के जॉब कार्ड धारकों में काफी असंतोष देखा जा रहा है । हालांकि, तृणमूल संचालित मालतीपुर ग्राम पंचायत की प्रधान मौसमी खातून ने दावा किया कि आरोप पूरी तरह से निराधार हैं|
स्थानीय पंचायत एवं प्रशासन सूत्रों के अनुसार 100 दिवसीय कार्य परियोजना के माध्यम से मालतीपुर ग्राम पंचायत के प्रधान पराणीनगर इलाके में कच्चे सीवेज सिस्टम के निर्माण के लिए चार लाख रुपये आवंटित किये गये हैं| वहीँ आरोप है कि पंचायत अधिकारियों ने कुछ जॉब कार्ड धारकों को बाहर से लाकर एक लाख नब्बे हजार रुपये निकल लिए। जबकि इलाके में अब तक कुछ नहीं हुआ। स्थानीय जॉब कार्ड धारकों ने शिकायत की है कि रोजगार गारंटी योजना के तहत उन्हें काम नहीं मिल रहा है| जॉब कार्ड वाले कुछ मजदूरों ने शिकायत की कि कुछ दिन पहले बाहर से आए 11 मजदूरों को दो-तीन दिन काम करने के बाद नाले पर काम करने से रोक दिया गया था| तब उन्हें पता चला कि एक लाख नब्बे हजार रुपये निकाल लिए गए हैं। 100 दिन की इस परियोजना में स्थानीय जॉब कार्ड धारकों को कोई काम नहीं दिया जा रहा है|
इस काम से मजदूरों को वंचित किया जा रहा है। सरकारी धन का भी गबन किया गया है। स्थानीय भाजपा नेता और भाजपा के जिला युवा मोर्चा के अध्यक्ष सुमित सरकार ने कहा कि तृणमूल कटमनी की पार्टी बन गई है। गरीब लोगों को उनके अधिकारों से वंचित कर संबंधित पंचायत अधिकारी सरकारी परियोजना के पैसे को बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने इस घटना को लेकर प्रधान और उप प्रधान के खिलाफ प्रखंड प्रशासन में शिकायत दर्ज कराई है| इसके साथ ही उन्होंने इलाके के लोगों को तत्काल जॉब कार्ड दिए जाने की मांग की।