संस्कृति विश्वविद्यालय में छठा दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया, जिसमें 2089 छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रमों की उपाधियाँ प्रदान की गईं। समारोह में देशभर के अनेक प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति, आध्यात्मिक गुरु, शिक्षाविद और उद्योग जगत के प्रतिनिधि शामिल हुए।
दीक्षांत समारोह के दौरान 536 डिप्लोमा, 1277 स्नातक, 248 स्नातकोत्तर और 28 पीएच.डी. की उपाधियाँ प्रदान की गईं। इसके अलावा, 130 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। विशेष सम्मान के रूप में आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड के डॉ. जे. सी. चौधरी और प्रसिद्ध अभिनेता एवं कवि आशुतोष राणा को मानद डॉक्टरेट उपाधि प्रदान की गई।
इस अवसर पर आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर डॉ. नलिनाक्ष एस. व्यास, एआईयू के अध्यक्ष प्रो. विनय कुमार पाठक, गोल्डी मसाले के निदेशक सुदीप गोयनका उपस्थित रहे।
आध्यात्मिक जगत से अनंतश्री विभूषित जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी सतीशाचार्य महाराज, आचार्य मनीष, पूज्य चिन्मयानंद बापू, और महामंडलेश्वर हेमांगी सखी माँ ने अपने प्रेरक विचार साझा किए और छात्रों को समाज के प्रति योगदान के लिए प्रेरित किया।
संस्कृति विश्विद्यालय के कुलाधिपति डॉ. सचिन गुप्ता ने सभी उपाधिधारकों को बधाई देते हुए कहा, “यह दीक्षांत समारोह हमारे छात्रों की मेहनत, समर्पण और उपलब्धियों का उत्सव है। आज वे केवल डिग्रियों के साथ नहीं, बल्कि मूल्य, जिम्मेदारी और समाज को बेहतर बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। हमें विश्वास है कि ये स्नातक अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देंगे और संस्कृति विश्वविद्यालय का नाम गर्व से रोशन करेंगे।”
