फीफा वुमेन्स फुटबॉल उद्देश्यों को समर्थन प्रदान करते हुए दुनिया के नंबर वन डियोडरेन्ट ब्राण्ड रेक्सोना (नीलसन आईक्यू द्वारा वेरिफाईड) ने भारत में सीरीज़ ‘ब्रेकिंग लिमिट्सः गल्र्स कैन’ का लॉन्च किया, अधिक से अधिक लड़कियों को फुटबॉल खेलने के लिए प्रेरित करना इसका मुख्य उद्देश्य है। रेक्सोना का मानना है यह अभियान लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है, हालांकि हर किसी मे अपनी इच्छानुसार कदम बढ़ाने का आत्मविश्वास नहीं होता। लेकिन रेक्सोना का यह मिशन डियोडरेन्ट की ताज़गी के दायरे से आगे बढ़कर लड़कियों को आत्मविश्वास रखने के लिए प्रेरित करता है और बदलाव के द्वारा समावेशन को बढ़ावा देता है।
इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए रेक्सोना ने ब्रेकिंग लिमिट्स प्रोग्राम की शुरूआत की, यह फ्री डिजिटल ट्रेनिंग सीरीज़ कोच, कम्युनिटी लीडर्स एवं मेंटर्स को अपस्किल करके उनमें आत्मविश्वास उत्पन्न करेगी तथा विशेष प्रोग्रामों के माध्यम से युवाओं को अवसर उपलब्ध कराएगी। नई गल्र्स कैन सीरीज़ लड़कियों के लिए सुरक्षित वातावरण के निर्माण, उनमें आत्मविश्वास को बढ़ाने तथा सभी वर्गों में समावेशन को सुनिश्चित करने पर ध्यान केन्द्रित करती है।रेक्सोना का यह नया कैंपेन इस सप्ताह लॉन्च किया गया। हैरानी की बात है कि भारत में 1 फीसदी से भी कम लड़कियां फुटबॉल खेलती हैं। कोलकाता में एक चिारोत्तेजक कलाकृति के माध्यम से इस पहलु पर रोशनी डाली गई्र, जहां 1 फीसदी के प्रतीके रूप में एक सौ सफेद जर्सियों को दर्शाया गया। अदिति चैहान (भारतीय राष्ट्रीय महिला टीम कीगोलकीपर) और इन्फ्लुएंसर ने आम जनता को यह संदेश दिया।
अदिति चैहान, गोलकीपर, नेशनल इंडियन वुमेन्स टीम ने कहा, ‘‘युवतियों को बेहिचक फुटबॉल के मैदान में उतरने के लिए प्रेरित करने के लिए रेक्सोना इंडिया के साथ साझेदारी करते हुए मुझे बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। यह साझेदारी लड़कियों के लिए फुटबॉल खेलने में आने वाले वाली चुनौतियों और बाधाओं को दूर करने के मेरे समर्पण के अनुरूप है। हम चाहते हैं कि लड़कियां समाज के नियमों को चुनौती देते हुए फुटबॉल के खेल को अपनाएं। एक साथ मिलकर हम ऐसे भविष्य का निर्माण कर सकते हैं, जहां हर लड़की में खेल के प्रति उत्साह, समर्पण की भावना होगी, और हर लड़की को प्रेरित कर, मार्गदर्शन देकर उचित अवसर प्रदान किए जाएंगे।’’