सिक्किम में आये बाढ़ के कहर से धीरे-धीरे उबर रहे हैं जलपाईगुड़ी जिले के तीस्ता तट के निवासी। सिक्किम में आपदा की दौड़ के बाद जलपाईगुड़ी के तीस्ता पार के निवासी अपनी सामान्य जीवन में वापस लौटने लगे हैं। माथे से चिंता दूर होते ही तीस्ता पार के किसान अपने-अपने काम में लग गये हैं। मंगलवार से बुधवार देर रात तक जलपाईगुड़ी में तीस्ता के किनारे स्थित सुकांत नगर कॉलोनी और नदी के किनारे के अन्य गांवों के लोग अपनी आंखें बंद नहीं रख सके। लेकिन शुक्रवार की भोर में देखा गया कि शांत तीस्ता बह रही है, काश फूलों का वन बर्फीली हवा की तरह लहरा रहा है। जलपाईगुड़ी तीस्ता तट का इलाका बुधवार को उत्तरी सिक्किम में आई भीषण प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुई। पिछले दो दिनों की चिंताओं के बारे में बात करते हुए बिधान सरकार ने कहा कि प्रशासन ने कल रात भी क्षेत्र को सतर्क रहने के लिए माइकिंग की पहल की थी। इस वजह से अगली रात मुझे नींद नहीं आई, लेकिन आज तीस्ता में पानी नहीं है, इसलिए घबराहट खत्म हो गई है. वहीं, तीस्ता पार के एक अन्य किसान ने कहा, ‘हमने डर में दो दिन और रातें बिताईं, लेकिन हमारे हिस्से में पानी नहीं बढ़ा और कृषि कार्य को कोई नुकसान नहीं हुआ।’ कोई नहीं जानता कि दोबारा प्राकृतिक आपदा कब आएगी। लेकिन आज शुक्रवार को आसमान साफ है, लेकिन नदी में पानी नहीं बढ़ा। इसलिए मैंने सुबह से ही खेती शुरू कर दी।