चाय श्रमिकों के अधिकारों और हितों के लिए आवाज उठाकर आकाओं की दमनकारी नीति के खिलाफ अपने प्राणों की आहुति देने वाले चुंगथुंग चिआबारी निवासी बीआर दीवान की 17वीं पुण्यतिथि आज भगोप्रोमो वर्कर्स यूनियन (दार्जिलिंग) की चुंगथुंग इकाई द्वारा मनाई गई। चुंगथुंग सल्लाबाड़ी में शहीद बीआर दीवान की प्रतिमा के सामने, चुंगथुंग-मेरिबॉन्ग-तमसांग कंसोर्टियम के समन्वयक संदीप छेत्री, लेबर यूनियन कंसिस्टेंट चेयरमैन हैजान थापा, भागोप्रमो सेंट्रल कमेटी के सदस्य सुजिन राय, युवा शक्ति नेता सुंदर राय, पूरन छेत्री, नबीन सुब्बा, राजा मंगर, आकाश थापा आदि विशेष रूप से उपस्थित थे। आज के पुण्यतिथि कार्यक्रम में शहीद दीवान की याद में सबसे पहले फूल और खादा चढ़ाया गया। दार्जिलिंग के चेहरे का सत्तर प्रतिशत हिस्सा चियाबारी है लेकिन इस चियाबारी की स्थिति कहीं मजबूत और निश्चित नहीं है।
चाय श्रमिकों को सदियों से परेशान, उपेक्षित और कलंकित किया जाता रहा है। इस शोषणकारी नीति के खिलाफ बीआर दीवान उठ खड़े हुए थे। उन्होंने अपनी कलम का यथासंभव शोषण करने वाले नियोक्ताओं का विरोध करने के लिए किया, लेकिन जब नियोक्ताओं की श्रम नीति में कोई सुधार नहीं हुआ तो उन्होंने अपनी जान भी दे दी। यह कहते हुए कि “हमें ऐसे साहसी बीआर दीवान को कभी नहीं भूलना चाहिए, श्रमिक नेता हैजान थापा ने कहा कि भागोप्रोमो की ट्रेड यूनियन हमेशा चाय श्रमिकों के लिए न्याय के लिए लड़ेगी।” उन्होंने कहा, ”जब तक हम जिंदा हैं, हम बीआर दीवान के सपने को मरने नहीं देंगे|” इसी प्रकार आज के कार्यक्रम में उपस्थित भागोप्रमो के नेताओं ने बीआर दीवान के बलिदान को भविष्य में व्यर्थ नहीं जाने देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की और चाय श्रमिकों के हित में ईमानदारी से कार्य करते हुए बीआर दीवान के प्रति अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि व्यक्त की|