मोराबादी स्थित फुटपाथ बिक्रेताओं के खिलाफ नगर निगम प्रशासन तथा पुलिस की बर्बरतापूर्ण और अमानवीय कार्यवाही के खिलाफ धरना दिया गया। विदित है कि पिछले रात लगभग 12 बजे अचानक से ही नगर निगम और पुलिस की टीम ने फुटपाथ पर सब्जी फल समेत अन्य सामग्री बेचने वाले फुटपाथियों के बांस बल्ली पालीथीन उखाड़ दिया। उसके बाद क्रेन से सबकुछ ध्वस्त कर दिया। सब्जी फल समेत सभी सामान गाड़ी पर लाद लिया और बचा खुचा सब्जी फल नारियल आदि सड़कों पर ही फेंक दिया। इस बीच फुटपाथ बिक्रेताओं महिलाओं के साथ काफी बकझक,हाथापाई और गाली गलौज भी हुई।
रांची शहर नागरिक मंच के अध्यक्ष अमृतेश पाठक ने वहां पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। उसके बाद वही धरने पर बैठे पुरूषों महिलाओं के साथ धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा ठीक है कि सड़क किनारे अतिक्रमण नहीं होना चाहिए। राहगीरों तथा आम नागरिकों के आने जाने के लिए सड़क अतिक्रमण मुक्त होना चाहिए लेकिन यहां कोई स्थायी ढांचा नहीं बनाया गया था। यदि अतिक्रमण हटाने की इतनी ही जल्दबाजी और चिंता है तो पहले रांची में तमाम वैसे लोगों पर कार्रवाई हो जिन्होंने सड़कों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर स्थाई ढांचा तैयार कर करोड़ों का कमाई कर रहे हैं। अतिक्रमण करने वालों ने तो पूरे कांके डैम और हरमू नदी को कब्जा लिया है।
सब्जी फल और अन्य फुटपाथ बिक्रेताओं जिनका घर परिवार रोज के खरीद बिक्री कर परिवार चलाते हैं वे आखिर बिक्री करने वे कहां जाएंगे। सरकार आत्मनिर्भर और स्वरोजगार से जीने वाले लोगों को ऐसी कार्रवाई से परेशान कर रही है। खेती किसानी कर सब्जी और फल उत्पादन कर रांची शहर में रह रहे उपभोक्ताओं को सुविधाजनक तरीके और जगह सिर्फ फुटपाथ ही संभव है। उपभोक्ताओं को भी आसानी होती हैं। अमृतेश पाठक ने मांग की है कि रांची शहर के सभी सड़कों पर आवागमन, पैदल चलने और फुटपाथ दुकानों के लिए अलग अलग लेन बनाई जाए ताकि न ट्रैफिक जाम हो न पैदल चलने वालों को दिक्कत हो और फुटपाथ बिक्रेताओं का सामान भी आसानी से बिक जाए। वर्तमान घटना को लेकर श्री पाठक ने कहा कि जो भी नुकसान इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई मे हुई है उसका मुआवजा दिया जाए तथा इस तरह से कार्रवाई करने वाले दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई हो।
आधी रात को पुलिस ने उजाड़ दिए दुकानदारों की दुकानें
