कोलकाता में आज टकराव देखने को मिल सकता है, क्योंकि रानी रासमणि रोड पर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन और रेड रोड पर राज्य सरकार का पूजा कार्निवल लगभग एक ही समय में आयोजित किया जाएगा। इससे महानगर में तनाव फैल सकता है.इसको ध्यान में रखते हुए कोलकाता पुलिस ने मंगलवार से शहर भर के नौ प्रमुख स्थानों पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), 2023 की धारा 163 लागू कर दी है, जिसमें आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के बाहर विरोध स्थल के पास रानी रशमोनी एवेन्यू भी शामिल है, पांच या अधिक लोगों की गैरकानूनी सभा पर रोक लगा दी गई है। क्षेत्र में और अधिक व्यक्तियों को रोका जा सकता है। यह उपाय आज रेड रोड पर विसर्जन कार्निवल के दौरान किसी भी व्यवधान को रोकने के लिए है। ज्वाइंट फोरम ऑफ डॉक्टर्स ने आरजी कर हॉस्पिटल मुद्दे और जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल के समर्थन में शाम 4 बजे रानी रासमणि रोड पर ‘द्रोह का कार्निवल’ आयोजित करने की घोषणा की है. इसे कई अन्य संगठनों और मेडिकल कॉलेजों के संकाय का समर्थन प्राप्त है। शाम साढ़े चार बजे रेड रोड पर राज्य सरकार का भव्य ‘पूजा कार्निवल’ भी आयोजित होगा।
रानी रासमणि रोड और रेड रोड भौगोलिक रूप से 90 डिग्री के कोण पर स्थित हैं और दोनों सड़कें नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के पास मिलती हैं। इस तरह दोनों कार्यक्रम जमीनी और राजनीतिक स्तर पर भी आमने-सामने हैं। राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत ने डॉक्टरों के मंच से अनुरोध किया कि वे रानी रासमणि रोड पर विरोध प्रदर्शन न करें, क्योंकि यह राज्य की छवि के साथ अन्याय होगा। डॉक्टरों ने न केवल इस अनुरोध को खारिज कर दिया, बल्कि मुख्य सचिव और गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती को विरोध कार्निवल में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। गौरतलब है कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने निर्देश दिया है कि पूजा कार्निवल में कोई व्यवधान नहीं होना चाहिए। सोमवार को रानी रासमणि रोड की एक लेन को पुलिस ने बंद कर दिया था और लंबी दूरी की बसें वहां खड़ी कर दी गई थीं। पुलिस ने इलाके में बैरिकेडिंग कर पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई है, लेकिन सोमवार तक विरोध की स्पष्ट तैयारी नहीं दिखी। इसके विपरीत, रानी रासमणि रोड पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर वाले पूजा कार्निवल के होर्डिंग लगे हैं।
पूजा कार्निवल की भव्य तैयारी: सोमवार को होने वाले आधिकारिक पूजा कार्निवल के लिए रेड रोड पर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और देश-विदेश से विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे। मुख्य मंच को पुरानी जमींदारी शैली में सजाया गया है और इसमें बड़े आकार की एलईडी स्क्रीन हैं। पूरे कार्यक्रम को सोशल मीडिया पर लाइव स्ट्रीम किया जाएगा और फुटेज को ड्रोन के जरिए भी रिकॉर्ड किया जाएगा। इस बार इस कार्निवल में कुल 103 पूजा समितियां हिस्सा लेंगी और आयोजन के लिए 28 हजार निमंत्रण पत्र बांटे गए हैं। सोमवार शाम से ही रेड रोड पर ट्रैफिक नियंत्रित कर दिया गया है। कई क्लबों ने अपने जुलूस की तैयारी शुरू कर दी थी। दोनों कार्निवल एक-दूसरे के बेहद करीब होंगे, इसलिए किसी अप्रिय स्थिति की आशंका से पूरी तरह इनकार नहीं किया जा सकता।
प्रशासन ने इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है। कोलकाता पुलिस ने मंगलवार को रानी रासमणि एवेन्यू और उसके आसपास धारा 163 (पहले आईपीसी की धारा 144 के बराबर) लगा दी थी। इस आदेश के तहत एक ही स्थान पर चार से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक रहेगी। कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने सोमवार रात इस संबंध में निर्देश जारी किये। डॉक्टरों के संगठन ‘ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स’ द्वारा बुलाया गया ‘द्रोह का कार्निवल’ नामक विरोध प्रदर्शन आज रानी रासमणि एवेन्यू पर आयोजित होने वाला है। आरजी कर अस्पताल की घटना के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन पुलिस से इसकी अनुमति नहीं ली गयी है। शाम 4:30 बजे रेड रोड पर दुर्गा पूजा कार्निवल भी शुरू होगा। पुलिस का मानना है कि ‘देशद्रोह का कार्निवल’ पूजा कार्यक्रम में बाधा डाल सकता है और अशांति फैला सकता है। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए धारा 163 लगा दी गई है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। अनुच्छेद 163 के तहत निषिद्ध क्षेत्रों में किसी भी सभा, जुलूस, प्रदर्शन या विरोध कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाएगी। हथियार ले जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।