पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य द्वारा केंद्र सरकार से मिलने वाले पद्म पुरस्कार को स्वीकार नहीं करने को लेकर हो रही राजनीति पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा है कि भट्टाचार्य का सम्मान स्वीकार नहीं करने को लेकर निचले दर्जे की राजनीत हो रही है ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। सामाजिक और प्रशासनिक योगदान को ध्यान में रखते हुए सरकार ने उन्हें पद्मभूषण सम्मान देने का निर्णय लिया है। पुरस्कार लेना नहीं लेना उनका व्यक्तिगत अधिकार है और इस पर जो राजनीत हो रही है वह अवांछनीय है।
इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने भी इस पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि भट्टाचार्य द्वारा पुरस्कार को अस्वीकार करना निजी मामला है लेकिन माकपा ने कभी भी शिष्टाचार की राजनीति नहीं की है।
कम्युनिस्टों ने हमेशा ही देश की संस्कृति का अपमान किया है इसीलिए सम्मान नहीं लेना भी उसी परंपरा का हिस्सा है। उल्लेखनीय है कि बुद्धदेव भट्टाचार्य को सम्मानित किए जाने को लेकर राज्य में राजनीतिक सरगर्मी तेज है। तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया है कि भाजपा और माकपा में सांठगांठ उजागर हुआ है। जबकि माकपा ने इसे केंद्र सरकार का राजनीतिक स्टंट करार दिया है।