आज देशभर में ‘विभाजन भयावह स्मृति दिवस’ मनाया जा रहा है। केंद्र ने घोषणा की है कि विभाजन के दर्द को याद करने के लिए यह दिन मनाया जाएगा। इस विभाजन के इतिहास को याद करने के लिए सिलीगुड़ी के जंक्शन रेलवे स्टेशन में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। प्रदर्शनी के लिए कटिहार मंडल के छह स्टेशनों का चयन किया गया है। इनमें एनजेपी और सिलीगुड़ी जंक्शन स्टेशन शामिल हैं।
सिलीगुड़ी जंक्शन स्टेशन पर ‘विभाजन विभीषिका स्मरण दिवस’ मनाया गया। इस दिन कई चित्रों के माध्यम से विभाजन काल के भयानक दिनों की याद को उजागर किया गया। दो नागरिक, दुलाली पोद्दार और अपर्णा विश्वास, जिन्होंने उस समय के अत्याचारों को देखा। कार्यक्रम में शामिल हुईं। उन्होंने उन भयानक दिनों को याद किया। एनजेपी स्टेशन के एपीओ संतोष कुमार दत्ता और अन्य उपस्थित थे।
भारत को 1947 में आजादी मिली। लेकिन, अविभाजित भारत, भारत और पाकिस्तान में विभाजित हो गया। विभाजन के दौरान कई लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए। धार्मिक भेदभाव, महिलाओं पर अत्याचार, धन की लूट। उत्पीड़न के डर से घर बार छोड़ कर चले गए और पैदल ही रातों-रात सीमा पार कर गए। कई लोगों ने भारत में शरण ली। उस दिन की कहानी कभी नहीं भूली जाएगी। यह इतिहास आज भी कई लोगों को पता नहीं है। इसलिए केंद्र सरकार उस काल के इतिहास को सबके सामने उजागर करने के लिए उत्सुक है। 14 अगस्त को ‘डरावनी विभाजन स्मृति दिवस’ के रूप में मनाए जाने की घोषणा की गई।