पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बुधवार को एक बस में हुए धमाके में 13 लोगों की मौत हो गई। इसमें 9 चीनी नागरिक थे। अधिकारियों का कहना है कि यह विस्फोट इतना तेज था कि बस खाई में जाकर गिरी। बस में चीनी इंजीनियर, सर्वेयर और मैकेनिकल स्टॉफ भी था, जो खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के दासू डैम पर कार्य कर रहा था। इस बांध का निर्माण कार्य चल रहा है। एक स्थानीय अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि ब्लास्ट के बाद बस के इंजन में आग लग गई और वह खाई में जा गिरा. इस घटना में 28 चीनी नागरिक घायल भी हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
एक अन्य अधिकारी ने भी कहा कि यह बेहद ज्यादा तीव्रता वाला धमाका था, लेकिन विस्फोट के कारणों का अभी पता लगाया जाना बाकी है। यह हमला ऐसे वक्त हुआ है, जब चीन लगातार पाकिस्तान में अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर इमरान खान सरकार को आगाह करता रहा है। चीन पाकिस्तान में वन बेल्ट वन रोड के अलावा बिजली और बांध निर्माण की कई परियोजनाओं पर काम कर रहा है। इसमें हजारों की संख्या में चीनी इंजीनियर और अन्य स्टाफ कार्य करते हैं। पाकिस्तान ने चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए काफी बंदोब्त किए हैं, फिर भी यह घटना सामने आई है।
पाकिस्तान में चीनी दूतावासने भी घटना की पुष्टि की है. उसने कहा कि पाकिस्तान में चीन की परियोजनाओं में नुकसान पहुंचा है, जिसमें कई चीनी नागरिकों की मौत हुई है। उसने चीनी कंपनियों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग भी की है। चीन ने पाकिस्तान की कई परियोजनाओं में अरबों डॉलर का निवेश कर रखा है, लेकिन खैबर पख्तूनख्वा समेत कई सीमावर्ती इलाकों में आतंकी संगठनों की मौजूदगी उसके लिए खतरा बनती रही है। इन परियोजनाओं की निगरानी के लिए भी हजारों की संख्या में पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।